अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में हो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना, लिखा- मौत पर खुशी मनाने वालों को फॉलो करते हैं भारत के पीएम
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट को लेकर उनकी आलोचना की जा रही है। पीएम मोदी ट्विटर पर जिन्हें फॉलो करते हैं उन्हें लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं। अलग-अलग लेखों में कहा गया है कि मोदी उन लोगों को फॉलो करते हैं जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहर फैला रहे हैं, महिला पत्रकारों को बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, हिंसा फैलाने की बात कह रहे हैं। दरअसल पांच सिंतबर (2017) को वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की बैंगलोर में उनके घर के बाहर अज्ञात शख्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। तब सोशल साइट्स पर बड़ी तादाद में हत्या का समर्थन किया गया। इनमें ऐसे लोग भी थे जिन्हें पीएम मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं। उनमें निखिल दधिची का नाम चर्चा का विषय बना हुआ है। जिन्होंने कथित तौर पर पत्रकार की हत्या को कुत्ते की मौत मरना बताया था।
इस घटना के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी पर सवाल उठाए गए। द गार्जियन और न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे अंतर्राष्टीय मीडिया संस्थानों ने उनकी तीखी आलोचना करते हुए लिखा है, ‘प्रधानमंत्री मोदी का ऐसे लोगों को गुप्त या खुले रूप में निरतंर समर्थन मिलता रहा।’ न्यूयॉर्क टाइम्स वर्ल्ड ट्विटर पर लिखता है, ‘इस ट्वीट (दधिची) के बाद पीएम मोदी को क्या ऐसे लोगों को फॉलो करना चाहिए जिसमें एक पत्रकार की हत्या को कुत्ते की मौत बताया गया हो?’ न्यूयॉर्क टाइम्स खबर में लिखता है, ‘प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी जो दुनियाभर में मशहूर हैं, ट्विटर पर ऐसे शख्स को फॉलो करते हैं जो महिला पत्रकार की हत्या को कुत्ते की मौत मरना बताता है।’ खबर में आगे लिखा गया कि ये आपत्तिजनक ट्वीट निखिल दधिची के ट्विटर अकाउंट से किया गया। हालांकि इसे बाद में डिलीट कर दिया गया था। दधिची वहीं हैं जिन्हें पीएम मोदी फॉलो करते हैं, बल्कि घटना के बाद से भी उन्हें फॉलो किया जा रहा है।
दूसरी तरफ दा गार्जियन में छपे लेख में पीएम मोदी की आलोचना की गई है। लेख में कहा गया, ‘भारत की सत्तापक्ष पार्टी ने अब तक पीएम मोदी के ट्विटर अकाउंट का समर्थन किया जिसमें वो निखिल दधिची जैसे लोगों को फॉलो करते हैं। मोदी ऐसे लोगों को फॉलो करते हैं जो एक पत्रकार की मौत पर खुशी मनाते हैं। पूरे भारत की विपक्षी पार्टियों ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का विरोध किया लेकिन मोदी के समर्थकों ने हत्या को जस्टीफाई किया। मोदी जिन्हें फॉलो करते हैं वो कहते हैं पत्रकार कुत्ते की मौत मरी।’ लेख में आगे कहा गया कि जबकि पीएम मोदी अपना ट्विटर अकाउंट खुद ऑपरेट करते हैं और ट्विटर पर 1779 लोगों को फॉलो करते हैं।
चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स लिखता हैं, ‘पत्रकार की हत्या के बाद सोशल मीडिया में पधानमंत्री का विरोध किया गया। मोदी पर आरोप है कि उन्होंने अभी तक पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा नहीं की।’