अकेले में रोने वाली मधुबाला की हंसी से शूटिंग हो जाती थी कैंसिल
फिल्म इंडस्ट्री में मधुबाला को कौन नहीं जानता। वह किसी इंट्रोडक्शन की मोहताज नहीं हैं। हाल ही दिल्ली के मैडम तुसाद म्यूजियम में उनका मोम का पुतला लगाया गया है। वह हुस्न की मल्लिका थीं। कहा जाता है कि जो भी उनके साथ काम करता था उन्हें अपना दिल दे बैठता था। जिसमें प्रेमनाथ, केदार शर्मा, से लेकर दिलीप कुमार, किशोर कुमार जैसों दिग्गजों की एक लंबी लिस्ट हमें मधुबाला के चाहने वालों की मिल जाएगी। लेकिन बावजूद इसके जब उन्होंने दुनिया से अलविदा लिया उस दौरान उनके साथ कोई नहीं था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मधुबाला जब हंसती थीं तो शूटिंग को भी कैंसिल करना पड़ा था।
मधुबाला को बी-टाउन की खुशमिजाज और चुलबुली अदाओं के लिए जाना जाता था। उनकी हंसी किसी का भी दिल जीत लेती थी। लेकिन क्या शूटिंग भी रुक जाती थी? तो जवाब है, हां। दरअसल कुछ समय पहले मधुबाला को याद करते हुए उनकी बहन मधुर भूषण ने ये बात बताई थी।
उनका कहा था कि वह न सिर्फ सूरत से, बल्कि सीरत से भी बेहद खूबसूरत थीं। दिल जरा कच्चा था, बात-बात पर भर आता था। लेकिन जब वह हंसती थीं तो हालात ऐसे हो जाते थे कि उनके ठहाके न रुक पाने की वजह से शूटिंग तक कैंसल करनी पड़ जाती थी।
वही मधुर भूषण ने बहन मधुबाला के बारे मे बताते हुए कहा था कि मधुबाला का पसंदीदा गाना था ‘ज्वेल थीफ’ फिल्म का ‘रुलाके गया सपना मेरा…’ इस सॉन्ग को सुनते हुए वह अकेले में रोती थीं।