अक्टूबर में होगी देश की पहली पहली खो-खो लीग, 8 टीमें लेंगी हिस्सा
नई दिल्ली: क्रिकेट, बैडमिंटन, कबड्डी की तर्ज पर एक और खेल की प्रोफेशनल लीग शुरू होने जा रही है. यह लीग खो-खो की है. खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया (केकेएफआई) ने मंगलवार को यह ऐलान किया. इस लीग का नाम ‘अल्टीमेट खो-खो’ होगा. अन्य लीग की तरह यह लीग भी फ्रेंचाइजी-आधारित होगी. 21 दिन की इस लीग में आठ टीमें 60 मैच खेलेंगी. यह लीग अक्टूबर में होगी. लीग में उतर रही टीमों के नाम की घोषणा नहीं की गई है. लीग के लिए खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने डाबर से करार किया गया है.
भारत में 2008 में इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) की शुरुआत हुई थी. इसके बाद देश में लीग आधारित खेल तेजी से लोकप्रिय हुआ. पांच साल पहले जहां देश में केवल दो लीग होती थी. अब इनकी संख्या बढ़कर 17 हो गई है. तेनजिंग नियोगी को खो-खो लीग का सीईओ नियुक्त किया है. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के महासचिव और केकेएफआई के पूर्व अध्यक्ष राजीव मेहता लीग के अध्यक्ष हैं.
खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने बताया कि 8 टीमों की इस लीग में देशी और विदेशी खिलाड़ी उतरेंगे. इसमें शामिल होने वाले लोकल खिलाड़ियों को तीन ग्रेड- ए, बी और सी में बांटा जाएगा. नए खिलाड़ियों की श्रेणी अलग से होगी. खो-खो की एक टीम में 12 खिलाड़ी होते हैं. इनमें से 9 को खेलने का मौका मिलता है.
सुधांशु मित्तल ने यह भी कहा कि अल्टीमेट खो-खो बाकी अन्य खेलों से काफी अलग और व्यापक होगी. उन्होंने कहा कि इस लीग को ना सिर्फ नेशनल लेवल पर, बल्कि स्टेट लेवल पर भी कराने की योजना है. लीग के मुकाबले दिल्ली और महाराष्ट्र में होंगे. इसके अलावा फ्रेंचाइजी टीमों के आधार पर भी अन्य वेन्यू तय होंगे.
केकेएफआई के मुताबिक खो-खो लीग में भारत के अलावा अन्य 8 से 10 देशों के खिलाड़ी उतर सकते हैं. इनमें इंग्लैंड, दक्षिण कोरिया, ईरान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका के खिलाड़ी शामिल हैं. हर टीम में 10 फीसदी विदेशी खिलाड़ी होंगे. लीग में देश के अंडर-18 खिलाड़ियों को भी मौका दिया जाएगा.
खो-खो लीग को मंगलवार को दिल्ली में लॉन्च किया गया. इस मौके पर डाबर इंडिया लिमिटेड के उपाध्यक्ष अमित बर्मन भी मौजूद थे. इस मौके पर खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने वीडियो चैट के माध्यम से लीग को शुभकामनाएं दीं. खो-खो दुनिया के लगभग 20 देशों में खेला जाता है. इनमें से ज्यादातर एशियाई देश हैं.