अखिलेश चखना चाहते हैं ‘बीजेपी के पकौड़े’, बोले- सपा कार्यालय के बाहर खुलवा देंगे दुकान
केन्द्र और राज्य सरकारों की बजट के बाद प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को सवाल किया कि योगी सरकार बताए कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ है। पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में चुटकी लेते हुए अखिलेश ने कहा, ‘‘अब तो पंजाब नेशनल बैंक कैशलेस हो गई है। मैं तो कहता हूं कि किसानों को बैंक जाना चाहिए। कागज का एक टुकड़ा दिखाकर जितना चाहिए उतना पैसा लेकर चले आएं।” उन्होंने कहा कि सरकार अभी पीएनबी से गए पैसों के मामले में उलझी हुई है, लेकिन जल्द ही कोई ऐसी खबर आएगी कि हम सब इस घोटाले को भूल जाएंगे। प्रदेश सरकार पर करारा वार करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भाजपा देश की खुशहाली के लिए सिर्फ बातें ही करती है। अब तो बजट भी आ गया है। यह प्रदेश सरकार का दूसरा और केंद्र सरकार का पांचवा बजट था। अब बताएं कितने लोगों का कर्ज माफ हुआ है। इसकी वजह से किसान आत्महत्या कर रहे हैं।’’
बसपा, भाजपा और अपना दल के करीब एक दर्जन नेताओं ने अपनी पार्टी छोड़कर शनिवार को सपा कार्यालय पर पार्टी का दामन थामा। सपा सुप्रीमो ने 21 व 22 फरवरी को होने वाले निवेश सम्मेलन को निशाना बनाते हुए कहा, ‘‘निवेश करने वाले बहुत समझदार होते हैं। वह हर प्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में जाते हैं, लेकिन निवेश वहीं करते हैं जहां उन्हें निवेश लायक उपयुक्त माहौल मिलता है। मौजूदा सरकार हमारे काम दिखाकर निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं, क्योंकि नई सरकार ने तो कुछ नया किया ही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर सपा कार्यालय के सामने की दुकानें हटवाई जा रही हैं। यह कैसा निवेश है जिसमें लोगों को बेरोजगार किया जा रहा है।
भाजपा नेताओं के पकौड़े वाले बयान पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का कोई आदमी अच्छे पकौड़े बनाकर दिखाए। सपा कार्यालय के बाहर कोई दुकान खुलवा दें, हम भी चख कर देखें भाजपा के पकौड़े।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी प्रदेश सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पुलिस बड़े अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही, सिर्फ छोटे-मोटे अपराधियों को मुठभेड़ में मार रही है। अखिलेश ने आरोप लगाया, ‘‘अधिकारी प्रमोशन के लिए ऐसा कर रहे हैं।’’ उन्होंने नोएडा में जितेंद्र यादव के साथ कथित मुठभेड़ का भी हवाला दिया।