अखिलेश यादव ने फोटो शेयर कर योगी सरकार से पूछा- यूपी पुलिस इनका एनकाउंटर कब करेगी?
उत्तर प्रदेश में लगातार हो रहे एनकाउंटर पर गैरसरकारी संस्थाओं के साथ ही विपक्ष भी योगी आदित्यनाथ पर हमलावर रही है। अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अखबार की एक कटिंग ट्वीट कर पूछा है कि यूपी पुलिस इनलोगों का एनकाउंटर कब करेगी। दरअसल, यह घटना औरेया की है। बेटी के साथ हर दिन होनेे वाली छेड़खानी से तंग आकर पिता ने आरोपी के खिलाफ स्थानीय पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामला दर्ज कराने के कारण पीड़िता के पिता की हत्या कर दी गई। इसमें भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष समेत चार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर इसको लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने ट्टीट किया, ‘चाहे चंडीगढ हो या औरेया, देश-प्रदेश में हर जगह सत्ताधारी नारी सम्मान से ऐसे ही छेड़छाड़ कर रहे हैं। उनके खिलाफ जो भी जाता है…अब तो उन गरीब-कमजोर, दलित, दमित लोगों भी भी हत्या हो रही है। यूपी की पुलिस इनका एनकाउंटर कब करेगी या फिर सत्तापक्ष के लोगों को अभयदान मिला हुआ है।’ पीड़िता के पिता का शव भट्ठे के पास से बरामद किया गया था।
चाहे चंडीगढ़ हो या औरेया, देश-प्रदेश में हर जगह सत्ताधारी नारी सम्मान से ऐसे ही छेड़छाड़ कर रहे हैं और जो उनके ख़िलाफ़ जाते हैं, अब तो उन ग़रीब-कमज़ोर, दलित, दमित लोगों की हत्या भी हो रही है. यूपी की पुलिस इनका एन्काउंटर कब करेगी या फिर सत्तापक्ष के लोगों को अभयदान मिला हुआ है. pic.twitter.com/Q7KJvArxFi
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 26, 2018
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के खिलाफ राज्यभर में अभियान छेड़ रखा है। आलम यह है कि अपराधी और गैंगस्टर एनकाउंटर के डर से खुद थाने में आत्मसमर्पण कर रहे हैं। यूपी पुलिस ने रविवार (25 मार्च) को नोएडा में एक वांछित अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस ने बताया कि उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी, लेकिन उसने एके-47 से गोली चला दी थी। उसकी पहचान श्रवण के तौर पर की गई थी। उसके सिर पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था। मालूम हो कि फरवरी में 15 हजार रुपये का इनामी बदमाश अंकित ने हापुड़ जिले के बाबूगढ़ थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया था। आरोपी का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें उसने कहा था कि एनकाउंटर को देखते हुए उसके परिजनों ने सरेंडर करने की सलाह दी थी। प्रदेश के कई हिस्सों से अपराधियों द्वरा समर्पण करने की खबर आई थी। बताया जाता है कि अपराधियों में एनकाउंटर का खौफ बैठ गया है।