अखिलेश यादव बोले- परीक्षा में सब नकल करते हैं, मैंने भी की है, थोड़ा बहुत पूछ लेना नकल नहीं है
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि परीक्षा में थोड़ा बहुत पूछ लेना नकल नहीं कहलाती। उन्होंने यह बात इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कही। इसके अलावा सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि थोड़ी बहुत नकल उन्होंने भी की है। अखिलेश यादव से जब यूपी में सपा राज के दौरान परीक्षा में होने वाली नकल को लेकर सवाल किया गया तब उन्होंने उल्टा बीजेपी पर ही निशाना साध दिया।
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘बीजेपी का नेता अपने घर पर नकल करा रहा था। गोरखपुर जहां से मुख्यमंत्री हैं, वहां से नकल हुई। नकल होती है… मैं कहूं कि हमने भी नकल की होगी, आप कहें शायद नहीं की होगी, कोई ऐसा नहीं है जो ये कह दे कि हमने कभी नकल नहीं की। मैं जितने बच्चे हैं उनमें से मैं मान सकता हूं कि 10 फीसदी बच्चे नकल नहीं करते। बाकी थोड़ा बहुत तो पूछ लिया, थोड़ा बहुत कहीं फंस जाएं या अटक जाएं तो पूछ लेते हैं, उसको आप नकल कहोगे? अगर आपको नकल वाकई रोकनी है तो दुनिया में दूसरी जगह जैसी व्यवस्था है उसे लागू करें। यूरोपियन देशों में व्यवस्थाएं हैं। आप ओपन बुक परीक्षाएं करा लीजिए।’
अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर कहा, ‘जब पीएम जी ने एक बार नकल के लिए कहा था कि यूपी में नकल हो रही है… आप वीडियो निकाल लीजिए, मुझे अच्छी तरह याद है कि सबसे ज्यादा नकल करने वाला नेता उनके पीछे बैठा था।’ सपा प्रमुख ने सपा पर लगे नकल के आरोपों को बेरोजगारी से जोड़ते हुए कहा कि बीजेपी के पास नौकरियां नहीं हैं, इसलिए साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी बहुत अच्छा काम करती है, उन्हें नौकरी देनी नहीं है, नौकरी-रोजगार तो है नहीं, बीपीएड वालों की नौकरी छीन ली, 2011 में जो टीईटी पास थे उनकी नौकरी छीन ली, पुलिस भर्ती के लिए कहा गया कि इंटरव्यू नहीं होने चाहिए… हमने कहा कि इंटरव्यू बिना करे हम नौकरी कर रहे हैं वो भर्तियां भी रोक दी गईं। सब भर्तियां इन्होंने रोक दीं। दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था और अब नौकरी है नहीं। ऐसे में इन्होंने कहा कि नौकरी कैसे दी जाए, इसलिए पास ही मत होने दो, बच्चे परीक्षा ना लिख पाएं इसकी साजिश थी।’