अगर Aadhaar एनरोलमेंट सेंटर वाले मांगें पैसा तो यहां करें श‍िकायत, जान‍िए क‍िस सर्विस की कितनी फीस

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के केंद्र में आने के बाद अब सभी सरकारी कामों से लेकर मोबाइल नंबर तक के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। वैसे तो आधार कार्ड बनवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लगता है लेकिन राजधानी में ऐसे कई केंद्र हैं जो कि आधार कार्ड पंजीकरण के लिए लोगों से शुल्क लेते हैं। लोगों से आधार केंद्र उस सर्विस के लिए सौ या उससे अधिक रुपए ले रहे हैं जो कि निशुल्क है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार लाल कुआं, बदरपुर, दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में ऐसे केंद्र हैं जो कि आधार के लिए पैसे ले रहे हैं। आपको चिंता करने की जरुरत नहीं हैं क्योंकि अगर कोई भी आधार बनाने के लिए आपसे पैसों की मांग करता है तो आप उसकी और उस केंद्र की शिकायत 1947 टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं।

लक्ष्मी नाम की महिला जो कि मोमोज़ का ठेला लगाकर दिन में 150 से 200 रुपए तक कमाती है, उससे आधार कार्ड बनाने वालों ने 200 रुपए लेकर उसका पता और जन्मतिथी अपडेट की। लक्ष्मी ने यह अपडेट एक साइबर कैफे में कराया था जो कि अब आधार पंजीकृत केंद्र में तब्दील हो गया है। इस साइबर कैफे के मालिक अनुराग (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उनके द्वारा डोरस्टेप की भी सुविधा दी जाती है। अनुराग को विशाल नाम के व्यक्ति ने कांट्रेक्ट पर रखा हुआ हो जो कि इलाके का अधिकृत रजिस्ट्रार है। अनुराग ने आधार सर्विस की प्रक्रिया पर बात करते हुए कहा कि मेरे दुकान यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है लेकिन मैंने अपनी सारी मशीन यहां लगाई हुई हैं। यहां कार्ड बनाने के अलावा कार्ड में सुधार संबंधी सभी कामों को किया जाता है। विशाल ने इस पर बात करते हुए कहा कि कई केंद्र है जो कि बंद हो चुके हैं। हमारे पास जो गरीब लोग आते हैं हमे उन्हें अपनी अधिकृत दुकान पर भेज देते हैं जहां पर उनसे किसी भी काम का शुल्क नहीं लिया जाता है।

विशाल की बात में कितनी सच्चाई यह केवल लक्ष्मी ही नहीं झुठला रही है बल्कि उसके जैसे कई और लोग भी हैं जिनसे आधार कार्ड सर्विस के लिए पैसा लिया गया है। जंगपुर एक्सटेंशन की रहने वाली आरती का कहना है कि उससे आधार कार्ड बनवाने, उसे लेमिनेट कराने और मेरे घर भेजने के लिए 500 रुपए लिए गए थे। आरती ने कहा कि उसे नहीं पता था कि यह सर्विस निशुल्क है और उसने रजिस्ट्रार के मांगने पर पैसे दे दिए। पूर्वी दिल्ली में अधिकृत केंद्र से अनीश वनायक और उसके दोस्त से आधार बनाने के लिए 250-250 रुपए मांगे गए थे। वहीं दक्षिणी दिल्ली के रहने वाले एक व्यक्ति ने केंद्रो को पैसा देने से इनकार कर दिया क्योंकि वह जानता था कि यह सर्विस निशुल्क है। इस शख्स ने बताया कि केंद्र द्वारा पैसा मांगे जाने की शिकायत उसने आधार हेल्पलाइन नंबर पर की और उसने आरोपियों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया। इसी तरह कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां पर आधार बनाने के लिए पैसा ठगा जा रहा है।

 

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