अपनी गायें बेचने जा रही सेना, सारे फार्म केंद्र और राज्य के हवाले
भारतीय सेना अपनी 25 हराज दुधारू गायों को टोकन अमाउंट में राज्य डेयरी सहकारी समिति और अन्य सरकारी विभागों को देने जा रही है। दरअसल, भारतीय सेना जल्द ही 39 मिलिट्री फार्म्स को बंद करने वाली है, ऐसे में इन फार्म्स में रह रही गायों को टोकन अमाउंट में ट्रांसफर किया जा रहा है। इन गायों में से ज्यादातर गायों की कीमत 1 लाख रुपए है। पहले इन गायों को नीलामी के जरिए बेचने की कोशिश की गई थी, लेकिन यह सफल नहीं हो सका था, जिसके बाद अब सेना इन गायों को 1000 रुपए के टोकन अमाउंट में देने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के पास फ्रिसवाल नस्ल की करीब 25 हजार गायें हैं।
आपको बता दें कि 39 मिलिट्री फार्म्स को बंद करने का फैसला पिछले साल अगस्त में लिया गया था और तीन महीने का समय दिया गया था, लेकिन गायों को कहां रखा जाए, इस सवाल के कारण इस फैसले पर काम अभी तक नहीं किया जा सका था। 25000 से ज्यादा गायों की देखभाल के लिए काफी पैसे लगते हैं। कई सारी कोशिशों के बाद अब यह फैसला लिया गया है कि इन सभी गायों को 1000 रुपए के टोकन प्राइस पर बेचा जाएगा। राज्य सरकारों के सहकारी डेयरी और अन्य सरकारी विभागों को टोकन अमाउंट में ये गायें दी जाएंगी। ऐसा होने के बाद 39 फॉर्म्स बंद हो जाएंगे और करीब 20 हजार एकड़ की जमीन खाली हो जाएंगी।
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक राज्य और केंद्र सरकार की सहकारी डेयरी और विभागों में गायों को ट्रांसफर करने का आदेश जून के अंत में आया था। 1000 रुपए के टोकन प्राइस में इन गायों को इन विभागों में भेजा जाएगा, लेकिन गायों को ले जाने का खर्चा भी उन्हीं को उठाना होगा जो इन्हें लेकर जाएंगे। रक्षा मंत्रालय की तरफ से इन 39 फॉर्म्स को बंद करने का फैसला पिछले साल दिया गया था। ये सारे फॉर्म्स बंद होने के बाद करीब 57 हजार सैनिक फ्री हो जाएंगे, जो अभी इन फॉर्म्स के कामकाज में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि आर्मी के ये सभी फॉर्म्स मेरठ, अंबाला, झांसी, श्रीनगर और लखनऊ में फैले हुए हैं।