अपनी ही पार्टी की सरकार पर भड़के बीजेपी एमएलए, बोले- दलित विरोधी है ये सरकार
जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में चिनानी से बीजेपी विधायक दीनानाथ भगत ने अपनी पार्टी की सरकार पर सवालिया निशान उठाए हैं। भगत का कहना है कि राज्य में पीडीपी से था मिलकर बनी बीजेपी की सरकार दलित विरोधी है। दीनानाथ ने ये भी कहा कि इस सरकार ने ना तो दलितों के लिए कुछ किया है और ना ही जम्मू के विकास के लिए कुछ। भगत ने राज्य के नए उप मुख्यमंत्री के उस बयान को लेकर भी हमला बोला है जिसमें उन्होंने कहा था कि कठुआ जैसे मामले छोटे हैं इन्हें इतना तूल नहीं देना चाहिए। एएनआई से बात करते हुए बीजेपी एमएलए दीनानाथ भगत ने कहा कि मैं इस तरह के बयानों की सरासर निंदा करता हूं।
BJP-PDP govt is anti Jammu & anti Dalit. They’re doing good work in Delhi but aren’t doing any good in Jammu. Recently sworn in Deputy CM called the Kathua incident a small thing. I condemn such statements by the members of ruling party: Dina Nath Bhagat, BJP #JammuAndKashmir pic.twitter.com/IsDcy5pzSc
— ANI (@ANI) May 1, 2018
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के नए डिप्टी सीएम कविंदर गुप्ता ने राज्य के कठुआ गैंगरेप को लेकर विवादित बयान दिया था। दरअसल जब राज्य के नए उपमुख्यमंत्री से कठुआ गैंगरेप को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कह दिया कि ‘कठुआ मामला छोटी सी बात है इसको इतना तूल देना नहीं चाहिए’। हालांकि जल्द ही नए उपमुख्यमंत्री ने अपने बयान पर सफाई भी पेश की। सफाई देते हुए उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा कि कठुआ का मामला अदालत में है अब उसपर सुप्रीम कोर्ट तय करेगी। बार-बार उस मुद्दे को छेड़ना ठीक नहीं है। इस मामले को तुल देना अच्छी बात नहीं है। मैंने यह कहा कि इस तरह के काफी मामले हैं। जानबूझ कर इसको भड़काने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
इससे पहले आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की गठबंधन सरकार में सोमवार (30 अप्रैल) को बड़ा फेरबदल किया गया। रविवार (29 अप्रैल) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा नेता) निर्मल सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में उपमुख्यमंत्री का पद खाली हो गया था। निर्मल सिंह के इस्तीफे के बाद कठुआ विधायक राजीव जसरोटिया समेत भाजपा के पांच और विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।