अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए बीजेपी नेता, पानी को लेकर जता रहे आक्रोश
पहाड़ों की रानी शिमला में जल संकट गहराता ही जा रहा है। लोगों को अब तक यहां पानी की समस्या से राहत नहीं मिली है। इस बीच राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ पानी को लेकर उसके अपने ही नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। बेनमोर से भाजपा के नेता और पार्षद डॉक्टर किम्मी सूद और इंजन घर से पार्षद आरती चौहान ने शिमला में धरना प्रदर्शन किया। दोनों ही बीजेपी नेता अपने वार्ड में पानी सप्लाई चालू करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री और मेयर आवास के बाहर 31 मई को धरने पर बैठ गए। एक तरफ बीजेपी नेता धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ शहर के अलग-अलग जगहों पर लोग पानी के लिए प्रदर्शन भी कर रहे थे।
धरना दे रहे बीजेपी नेताओं का कहना था कि शिमला म्यूनिसिपल कॉरपेरेशन जल संकट को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहा है। जिसकी वजह से पिछले कई दिनों से शहर में पानी को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है। काठु और घोरा चौक इलाके में लोगों ने हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। झाकू, ओकवुड और राजदूत होटल के इलाकों में रहने वाले लोगों ने भी नगर निगम दफ्तर का घेराव किया। इनलोगों ने भी निगम पर इस जल संकट का ठीकरा फोड़ा। शिमला में जलसंकट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बेनमोर वार्ड में रहने वाले लोगों को 9 दिनों में सिर्फ दो बाल्टी पानी दी गई है।
प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की जिसके बाद सीएम से आश्वासन मिलने पर इन इलाकों में पानी की सप्लाई की गई है। इधर रात के वक्त अचानक कुछ लोग सदर पुलिस थाने पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। इन लोगों का कहना था कि काठु में प्रदर्शन कर रहे 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। थाने पर लोगों के हंगामे के बीच रात 2 बजे इन लोगों को छोड़ा गया। बहरहाल आपको बता दें कि शिमला में इस वक्त गंभीर पानी का संकट पैदा हो गया है। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने अभी अपने फैसले में कहा है कि मुख्यमंत्री और राज्यपाल को छोड़कर किसी भी वीवीआईपी को खास तौर से पानी के टैंकर नहीं उपलब्ध कराए जाएंगे।