अपने ही बच्चे के साथ जा रहे शख्स पर टूट पड़ी भीड, वो चीखता रहा- छोड़ दो मुझे ये मेरी बेटी है

भीड़ के द्वारा पिटाई करने का ताजा मामला अब मंगलुरु से सामने आया है। ये वाकया बीते गुरुवार (5 जुलाई, 2018) को मंगलुरु के उज्जैर कस्बे के बेलथांगुडी तालुका में हुआ। इस वाकये में बेटी के साथ जा रहे पिता को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में जमकर पीटा है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में इस तरह की घटनाओं में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है।

बताया गया कि 30 साल का कलीद आॅटो में अपनी 2 साल की बेटी के साथ शाम के वक्त जा रहा था। कलीद किसी बात पर बेटी से नाराज था और उसे पीट रहा था और डांट रहा था। बच्ची बेतहाशा रो रही थी। इसी बीच दो स्थानीय लोगों ने एक शख्स की गोद में रोती हुई बच्ची को देखा और पीछा करके उसका आॅटो रुकवा लिया। उन्होंने कलीद पर आॅटो से जबरन बाहर निकाल लिया। जब उन्होंने बच्चे के बारे में पड़ताल की तो भड़के हुए कलीद ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। इसके बाद उन दोनों ने कलीद को बेतहाशा पीटना शुरू कर दिया। दोनों ने उसे बच्चा चोर समझकर जमकर धुनाई की।

जल्दी ही मौके पर भीड़ जुटने लगी और ज्यादा लोगों ने कलीद को पीटना शुरू कर दिया। जब कलीद को ज्यादा ही मार पड़ने लगी तो उसने बताना शुरू कर दिया कि बच्चा उसका है। उज्जैर पुलिस ने आकर कलीद को लोगों के चंगुल से छुड़ाया। जब पुलिस ने ये पूछा कि मारपीट शुरू किसने की थी तो कोई भी सामने नहीं आया। दोनों बाइक वाले गायब हो चुके थे।

इसके बाद पुलिस कलीद और उसकी बेटी को लेकर थाने आ गए। जहां कई स्थानीय लोगों ने पहुंचकर बताया कि लड़की कलीद की ही बेटी है। कलीद की पत्नी शमीमा ने भी थाने में पहुंचकर तस्दीक कर दी कि बेटी उसकी है और कलीद उसे लेकर बाजार गया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे जाने दिया। इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह झूठे व्हाट्स एप संदेशों पर ध्यान न दें। पिछले कुछ महीनों में भीड़ के द्वारा निर्दोष लोगों की पिटाई के कई मामले सामने आए हैं। इन लोगों को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पीटा था। हाल ही में चेन्नई में दो मजदूरों को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पीटा था। मई में ऐसे कई मामले सामने आए थे। जिनमें उग्र भीड़ ने लोगों को पीटा था।

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