अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ ने कहा- पाकिस्तान से ज्यादा भारत कर रहा हमारी मदद
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शफीक स्टैनिकजई पाकिस्तान द्वारा दी गई शुरुआती मदद की अनदेखी नहीं करते, लेकिन उनका कहना है कि उनके देश में इस खेल को तेजी से बढ़ाने में बीसीसीआई ने कहीं बड़ी भूमिका अदा की है। अफगानी क्रिकेटरों ने शुरुआती वर्षों में पाकिस्तान में काफी ज्यादा ट्रेनिंग की है और इनमें से कुछेक ने तो सीमा के उस पार लगे शरणार्थी शिविरों में इस खेल को खेलना शुरू किया था। युद्ध से प्रभावित इस देश ने पाकिस्तान के खिलाफ ही अपना टी20 और वनडे पदार्पण किया था। तब से टीम ने बड़ा लंबा सफर किया है और वह पिछले साल जून में टेस्ट दर्जा हासिल करने से पहले आईसीसी विश्व टूर्नामेंट में नियमित रूप से खेल रही थी।
स्टैनिकजई का मानना है कि अफगानिस्तान के स्तर में सुधार 2015 में ग्रेटर नोएडा को अपना घरेलू मैदान बनाने के बाद काफी तेज हुआ है। स्टैनिकजई ने पीटीआई से कहा, ‘‘बीसीसीआई की भूमिका सचमुच काफी अधिक है। तब से हम भारत आए हैं, टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत में हालात टीम को काफी रास आ रहे हैं। बीसीसीआई से हमें जो सहयोग मिल रहा है, वह काफी अहम है।’’
यह पूछने पर कि वह भारत की भूमिका की तुलना पाकिस्तान से कैसे करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में हमने शुरुआती चरण में काफी ट्रेनिंग की। पीसीबी का समर्थन भी काफी था। लेकिन जब से हम भारत आए हैं, हमने काफी बड़ी चीजें हासिल की हैं। हम पहले एसोसिएट सदस्य थे और पाकिस्तान में अभ्यास में निचले टीयर में खेलते थे। जब से हम भारत आए हैं, हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हम ऐसे चरण में पहुंच गए हैं जहां हम सर्वश्रेष्ठ के साथ खेल रहे हैं।’’
वहीं, भारतीय टीम ने बुधवार को शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में सम्मान बचाने के लिए रविवार को वांडरर्स में अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया जो चार घंटे के अंदर खत्म हो गया। भारत ने केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से गंवा दिया था और सेंचुरियन में दूसरे टेस्ट में टीम 135 रन से पराजित हो गई थी। दूसरे टेस्ट की हार की निराशा के बाद खिलाड़ियों ने तीन दिन के ब्रेक का आनंद लिया जिसमें वे जोहानिसबर्ग में और इसके करीब अलग-अलग तरह की सफारी और थीम पांर्क में घूमने गए।