अब्दुल्ला के विधायक ने विधानसभा में लगाए ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, कहा- मैं पहले मुसलमान हूं
जम्मू के एक सैन्य शिविर में शनिवार तड़के घुस आए चार से पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा में इस मसले पर बहस के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक अकबर लोन ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाये। दरअसल जम्मू कश्मीर विधानसभा के स्पीकर कविन्दर गुप्ता ने कहा कि जम्मू के आस-पास रोहंग्यिा मुसलमानों की मौजूदगी की वजह से ही आर्मी कैंप पर हमला हुआ है। इस पर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। स्पीकर के इस बयान कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने खूब हंगामा किया और विधायक से बयान वापस लेने की मांग की। इसी हंगामे के बीच बीजेपी विधायकों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाये। इसके जवाब में नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक अकबर लोन ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाये। एनसी विधायक अकबर लोन ने विधानसभा से बाहर पत्रकारों से कहा कि वे पहले एक मुसलमान हैं और बीजेपी विधायकों की नारेबाजी से उनकी भावनाएं आहती हुई हैं। सदन से बाहर उन्होंने कहा, “मैं पहले एक मुसलमान हूं, मेरी भावनाएं आहत हुईं जब बीजेपी विधायकों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये, मैं अपनी भावनाओं को नहीं रोक सका और पाकिस्तान जिंदाबांद के नारे लगाये।”
अकबर लोन ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ” हां मैंने ऐसा कहा, ये मेरा निजी विचार है, मैंने सदन में ऐसा कहा और मैं नहीं सोचता हूं कि किसी को इससे दिक्कत होनी चाहिए।” जम्मू कश्मीर विधानसभा में हंगामें की वजह से सदन की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी। बता दें कि जम्मू के सुंजवां शहर में स्थित सेना के एक शिवर पर 10 परवरी को तड़के आतंकवादियों ने हमला कर दिया जिसमें दो जूनियर कमिशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए जबकि एक कर्नल रैंक का अधिकारी और एक सैन्य कर्मी की बेटी समेत चार लोग घायल हो गए। प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री अब्दुल रहमान वीरी ने जम्मू कश्मीर विधानसभा को जानकारी दी कि आतंकवादियों के हमले में सूबेदार मगनलाल और सूबेदार मोहम्मद अशरफ शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों में कर्नल रैंक का सैन्य अधिकारी, हवलदार अब्दुल हमीद, लांस नायक बहादुर सिंह और सूबेदार चौधरी की बेटी शामिल हैं। मंत्री ने यह नहीं बताया कि हमला करने वाले आतंकवादी किस संगठन के थे हालांकि अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों का हाथ है।