अब कैदी नंबर 8647: जेल में राम रहीम की नींद गायब, किया बीमारी का झूठा बहाना, नहीं खाया खाना
रोहतक की सुनारिया जेल की हवा खा रहे बाबा राम रहीम की रातें बैचेनी में और दिन बदहवाशी में गुजर रहे हैं। ऐशोआराम के आदी हो चुके बलात्कारी गुरमीत सिंह को जेल का खाना गले से नीचे नहीं उतर रहा है। जेल में उसके नखरे हैं, अच्छे खाने की मांग है लेकिन जेल अधिकारी इस ढोंगी बाबा के साथ कोई मुरव्वत नहीं बरत रहे हैं। सुनारिया जेल में राम रहीम को नयी पहचान मिल गई है। यहां पर उसे कैदी नंबर 8647 बनाया गया है। बाबा राम रहीम ने जेल के कपड़े पहन लिये हैं। पहली रात को उसे जेल मैनुअल के मुताबिक 4 रोटी और सब्जी खाने में दी गई। लेकिन राम रहीम ने खाना खाने से इनकार कर दिया। जब जेल अधिकारियों से इसकी वजह पूछी तो वो चुप्पी साधे बैठा रहा। बाद में जेल अधिकारी ने पूछा कि तुम्हारी तबीयत तो ठीक है। राम रहीम के कहने पर जेल अधिकारियों ने डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने जांच के बाद कहा कि राम रहीम पूरी तरह ठीक है और वो बेवजह परेशान हो रहा है। डॉक्टर ने एक गोली भी राम रहीम को खाने को दी।
इसके बाद जेल स्टाफ ने गुरमीत सिंह ने फिर से खाना खाने की गुजारिश की। कई बार इनकार करने के बाद जेल अधिकारियों के दबाव में राम रहीम ने सिर्फ आधी रोटी ही खाई। जेल सूत्रों के मुताबिक राम रहीम सारी रात सोया भी नहीं। वो कभी टहलता कभी बिस्तर पर लेट जाता और करवटें बदलने लगता, लेकिन उसे नींद नहीं आई। इस बीच डेरा सच्चा सौदा के अगले प्रमुख को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। सूत्रों के मुताबिक राम रहीम का परिवार आज (30 अगस्त) को सुनारिया जेल में उससे मुलाकात कर सकता है। इस दौरान गुरमीत सिंह से डेरा के अगले प्रमुख पर चर्चा की जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक गुरमीत सिंह की मां नसीब कौर अपने पोते जसमीत इसां को डेरे की कमान देना चाहती है। 2007 में राम रहीम ने भी जसमीत इसां को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था। तब से डेरा के दूसरे संचालकों ने जसमीत इसां को अहमियत देनी शुरू कर दी थी।