अभी क्यों पैसे चुकाने को तैयार हुआ विजय माल्या, जानिए वजह
बैंकों को करोड़ों रुपए का कर्ज नहीं चुकाने के मसले पर भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या की प्रतिक्रिया आई है। मंगलवार (26 जून) को उसने बताया कि आखिरकार वह अभी क्यों बैंकों को बकाया रकम चुकाने के लिए राजी हुआ। माल्या ने कहा, “कुछ लोग पूछ रहे हैं कि मैंने अभी यह बयान क्यों दिया। वह इसलिए, क्योंकि यूनाइटेड ब्यूरीज ग्रुप (यूबीएचएल) और मैंने माननीय कर्नाटक हाईकोर्ट में 22 जून को एक याचिका दी थी, जिसमें मैंने करीब 13,900 करोड़ रुपए की अपनी संपत्तियों को बेचने की बात कही है।”
बकौल शराब कारोबारी, “हमने कोर्ट से दरख्वास्त की है कि वह हमें न्यायिक प्रावधनाओं के अंतर्गत संपत्तियां बेचकर लेनदारों को बकाया रकम चुकाने दें, जिनमें कई पब्लिक सेक्टर के बैंक भी शामिल हैं।”
माल्या के मुताबिक, “अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियां इस पर (संपत्तियां बेचने पर) आपत्ति न जताएं, तो साफ हो जाएगा कि मेरे खिलाफ एजेंडा चलाया जा रहा है। मुझे बैंक धोखाधड़ी का पोस्ट बॉय बता दिया गया। मैं बैंकों को बकाया रकम चुकाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। अगर इस दौरान राजनीति से प्रेरित चीजें दखल देंगी, तो फिर उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं।”
आपको बता दें कि माल्या पर नौ हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है, जो उसने कई पब्लिक सेक्टर बैंकों से लिया था। ईडी ने बीते हफ्ते विशेष अदालत में पेश किए गए भगोड़ा आर्थिक अपराधी अध्यादेश, 2018 के अंतर्गत माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी करार देने की मांग की थी।
उधर, माल्या का कहना है कि वह कर्ज चुकाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। अपना पक्ष रखते हुए उसने साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को चिट्ठी लिखी थी। हालांकि, दोनों ने ही उस पर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी। माल्या इन दिनों ब्रिटेन में है, जहां वह प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई का सामना कर रहा है।