अमरनाथ गुफा के वे 5 रहस्य, जो बहुत कम लोग जानते हैं
अमरनाथ हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक मानी जाती है। कहा जाता है अमरनाथ गुफा में भगवान शिव ने माँ पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। इसे अमरेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। आइए आज जानते हैं अमरनाथ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां –
1. अमरनाथ गुफा की खोज- माना जाता है इस गुफा की खोज बूटा मलिक नाम के मुस्लिम ने की थी। वह एक दिन भेड़-बकरी चराते हुए बहुत दूर जंगल में चला गया। जंगल में उसकी एक साधु से मुलाकात हुई। साधु ने बूटा मलिक को कोयले से भरी एक कांगड़ी दी। घर पहुंचकर उसने कोयले की जगह उस कांगड़ी में सोना पाया। जिसे देखकर वह हैरान हुआ। उसी समय वह साधु को धन्यवाद करने के लिए गया लेकिन वहां साधु को ना पाकर उसने एक विशाल गुफा को देखा। कहा जाता है उसी दिन से यह स्थान एक तीर्थस्थल बन गई।
2. इस गुफा का महत्व प्राकृतिक शिवलिंग निर्माण के साथ इसलिए भी है क्योंकि कहा जाता है यहां पर भगवान शिव ने पार्वती को अमरत्व का मंत्र सुनाया था।
3. माना जाता है अमरत्व मंत्र सुनाने से पहले भगवान शिव ने सभी चीजों का त्याग कर दिया था। जब भगवान शिव पार्वती को अमरकथा सुनाने ले जा रहे थे तो उन्होंने रास्ते में सबसे पहले पहलगाम में नंदी का परित्याग किया। इसके बाद चंदनबाड़ी में अपनी जटा से चंद्रमा को मुक्त किया। शेषनाग झील के पीस उन्होंने अपने गले से सर्पों को उतारा और गणेश जी को महागुणस पर्वत पर छोडा। आखिर में पंचतरणी नामक जगह पर भगवान शिव ने पांच तत्वों का परित्याग किया।
4. शास्त्रों के मुताबिक मां पार्वती के साथ अमरकथा वहां मौजूद दो कबूतरों ने भी सुन ली थी। जिसके बाद वह शुकदेव ऋषि के रूप में अमर हुए। कहा जाता है आज भी गुफा में कबूतरों का जोड़ा दिखाई देता है, जिन्हें अमर पक्षी माना जाता है।
5. गुफा के अंदर शिवलिंग पक्की बर्फ का बनता है जबकि गुफा के बाहर मीलों दूरी तक कच्ची बर्फ दिखाई देती है। पक्की बर्फ का शिवलिंग कैसा बनता है यह आज भी रहस्य बना हुआ है।