अमिताभ बच्चन को स्टारडम शशि कपूर ने दिया है, जानिए इस जोड़ी के पीछे की कहानी
बॉलीवुड पर राज करने वाले एक्टर अमिताभ बच्चन और शशि कपूर की जोड़ी आपने कई फिल्मों में देखी होगी। सबसे पहले इनकी जोड़ी 1974 में आई फिल्म ‘रोटी कपड़ा और मकान’ में नजर आई थी। इसके बाद 1975 में ‘दीवार’, 1976 में ‘कभी-कभी’, 1977 में ‘इमान-धरम’, 1978 में ‘त्रिशूल’, 1979 में ‘काला पत्थर’, ‘सुहाग’ और ‘अहसास’, 1980 में ‘शान’ और ‘दो और दो पांच’, 1982 में ‘नमक हलाल’ जैसी फिल्मों में यह दोनों एक साथ काम करते नजर आए। उन दिनों शशि और अमिताभ की डिमांड इतनी बढ़ गई थी कि हर डायरेक्टर इनके साथ अपनी फिल्म करना चाहता था। लेकिन क्या आप जानते हैं रियल जिंदगी में अमिताभ के जीवन में शशि का योगदान क्या रह है। भले ही आपने फिल्मी पर्दे पर अमिताभ को आपने शशि को तू या तुम करके पुकारते देखा होगा लेकिन रियल लाइफ में वह उनकी बेहद इज्जत करते थे और आज भी करते हैं। दरअसल, अमिताभ आज जिस मुकाम पर भी हैं उसमें एक्टर शशि कपूर का योगदान काफी अहम रहा है। अमिताभ ने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि शुरुआती सात फिल्में फ्लॉप होने के बाद वह अपने माता पिता के पास दिल्ली जा रहे थे तभी मनोज कुमार ने उन्हें फिल्म रोटी कपड़ा और मकान में ले लिया। जिस दौरान उनकी मुलाकात शशि कपूर से हुई और यही से उनके जीवन में एक नया मोड़ आ गया।
अपने एक ब्लॉग में अमिताभ ने इसका खुलासा किया था कि साल 1975 यानि दीवार के रिलीज होने के साथ के बाद से वह हर जन्मदिन पर शशि कपूर को फोन कर उन्हें बधाई देते हैं। यहां तक कि जब 1984 में शशि की पत्नी की मौत हो गई तो उन्होंने लोगों से घुलना-मिलना बिल्कुल बंद कर दिया था लेकिन फिर भी वह अमिताभ से बात जरूर करते थे।
शशि कपूर और अमिताभ बच्चन ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया , शशि जहां उम्र में बिग बी से चार साल बड़े थे तो वहीं फिल्मी पर्दे पर अक्सर डायरेक्टर अमिताभ की कद की वजह से उन्हें बड़े भाई का रोल ऑफर कर दिया करते थे। अमिताभ ने एक बार कहा था कि अगर शशि नहीं होते तो मैं तो कब का बॉलीवुड से दूर चला गया होता, आज मैं जिस मुकाम पर भी उसमें शशि कपूर का ही योगदान है।