अमित शाह की कोलकाता रैली के लिए मंच बनाने को झारखंड से कारीगर ले गई बीजेपी
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर कॉलेज के मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा के दौरान टेंट ढह गया था। इस हादसे में 90 लोगों को चोटें आईं थीं। इस बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली शनिवार (11 अगस्त) को कोलकाता में होनी है। भाजपा ने इस बार मजबूत मंच तैयार करने की जिम्मेदारी झारखंड के डेकोरेटर को सौंप दी है।
इस बारे में बंगाल भाजपा के महासचिव श्यांतन बसु ने मीडिया से कहा कि हम इस बार कोलकाता से 425 किमी दूर रांची से भरोसेमंद डेकोरेटर लेकर आए हैं। हमें डर था कि कहीं स्थानीय डेकोरेटर सत्तारूढ़ पार्टी से प्रभावित होकर कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करे। बसु ने कहा,”हम इस समय कोई भी खतरा नहीं उठा सकते। रांची वाले डेकोरेटर को बड़ी रैलियों और सरकारी कार्यक्रमों के लिए तंबू लगाने का पुराना अनुभव है।”
मंच निर्माण की जिम्मेदारी रांची के अजमानी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट को सौंपी गई है। इस कंपनी के उमेश बहल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया,”हमें पहले से मजबूत ढांचा खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई है। मंच बनाने का 70% सामान रांची से लाया गया है। इस सामान में टेंट के पिलर, रॉड और वीआईपी कुर्सियां शामिल हैं। बाकी का सजावट का सामान हम स्थानीय डेकोरेटर से खरीद रहे हैं।” वैसे बता दें कि कोलकाता के मायो रोड पर होने वाली ये रैली 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले होने वाली रैलियों की श्रंखला में आयोजित की जा रही है। अमित शाह ऐलान कर चुके हैं कि बीजेेेेपी बंगाल की 42 लाेेकसभा सीटों में से 22 जीतने जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस के विधायक और झारखंड के प्रभारी अर्जुन सिंह ने मीडिया से बातचीत में भाजपा के आरोपाें पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा,” झूठे आरोप लगाकर सनसनी फैलाना भाजपा का पुराना तरीका है। पहले ये लोग रैलियों में भीड़ बढ़ाने के लिए बिहार और झारखंड से जनता को लाया करते थे। लेकिन अब डेकोरेटर भी ला रहे हैं। मुझे समझ नहीं आता कि ऐसी सोच पर अब क्या कहेंं? ”
बसु ने बताया कि इस बार जनता के लिए अलग से कोई शामियाना नहीं होगा। इस बार 550 प्रशिक्षित कार्यकर्ता सभास्थल पर तैनात किए जाएंगे। इन कार्यकर्ताओं का मकसद भीड़ को संभालना होगा। हम कोलकाता पुलिस के अधिकारियों के साथ भी लगातार संवाद कर रहे हैं। लेकिन हम सिर्फ उन पर निर्भर नहीं रह सकते हैं।