अमित शाह बोले- लोकतंत्र के लिए जरूरी है विपक्ष, ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का मतलब भी समझाया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि लोकतंत्र के लिए विपक्ष का होना बहुत जरूरी है। अमित शाह ने सोमवार (11 जून) को मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ नारे का मतलब भी समझाया। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ नारे का मतलब है देश को कांग्रेस की संस्कृति से मुक्त करना। अमित शाह ने यह भी कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ दिये गये उनके कुछ बयानों को राहुल गांधी पर निजी हमले के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने सिर्फ कुछ सवाल पूछे थे और मैंने उनका जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के बिना लोकतंत्र की कल्पना संभव नहीं है, ये अलग बात है कि कांग्रेस इस वक्त सिकुड़ती जा रही है।
अमित शाह ने आगे कहा कि यह राहुल गांधी की जिम्मेदारी है कि वो कांग्रेस को जीवित रखें, मेरी नहीं। अमित शाह छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में मीडिया से मुखातिब थे। अमित शाह ने कहा कि भाजपा इस वक्त अच्छा काम कर रही है इसलिए उन्हें जनता का समर्थन मिल रहा है। अमित शाह ने इस दौरान राहुल गांधी पर हमला भी बोला।
उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से गांधी परिवार की चार पीढ़ियों का हिसाब मांगता हूं क्योंकि वह पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी ने 55 साल तक शासन किया है।अमित शाह से जब यह पूछा गया कि मध्यमवर्गीय परिवारों में केंद्र सरकार को लेकर असंतुष्टि नजर आ रही है। तो इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार समाज के सभी वर्गों के उत्थान की दिशा में काम कर रही है और यह झूठ प्रचारित किया जा रहा है कि मध्यमवर्गीय लोग खुश नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मध्यवर्गीय लोगों की वजह से उनकी पार्टी ने 14 राज्यों में चुनाव जीता। छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य की रमन सिंह सरकार ने बेहतरीन काम किया है और दूसरे राज्य सरकारों के लिए छत्तीसगढ़ की सरकार प्रेरणास्त्रोत भी है। अमित शाह ने विश्वास जताया कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी और राज्य में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी।