अमित शाह से मिलने के बाद राजीव प्रताप रूडी ने करवाया चार दिन हवन, फिर भी हुए भूतपूर्व मंत्री!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में आज यानि 3 सितंबर को नौ नए चेहरों को जगह मिलने जा रही है। वहीं पूर्व कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने अपने इस्तीफे से पहले बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में रूडी ने अमित शाह के सामने अपने सारे कामकाज का ब्यौरा रखा था। अपने मंत्रालय के जरिए हुए विकास की रूडी ने अमित शाह को पूरी जानकारी दी थी लेकिन इतना सब कुछ करने के बाद भी रूड़ी को अपना इस्तीफा देना पड़ा और वे अब भूतपूर्व मंत्री रह गए हैं। शाह से मुलाकात करने के बाद रूड़ी पटना चले गए। यहां सारन जिले में उन्होंने अपने अमनौर गांव में जाकर चार दिन तक हवन भी कराया लेकिन ये सब करना उनके काम नहीं आया और वे अपनी नौकरी नहीं बचा पाए।
वहीं इस्तीफा देने के बाद राजीव प्रताप रूडी ने कहा था कि इस्तीफा देने का फैसला उनका नहीं था। नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में राजीव प्रताप रूडी ने कहा था कि मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला उनका अपना फैसला नहीं था। मीडिया से बात करते हुए रूडी ने कहा कि ये मेरा फैसला नहीं है, ये पार्टी का फैसला है, और मैं इसे स्वीकार करता हूं। राजीव प्रताप रूडी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘पार्टी का निर्णय हुआ आप इस्तीफा दें, ये बिल्कुल सामान्य प्रक्रिया है।’
रूडी ने कहा था कि ‘सरकार में काम करने का मौका मिला, आगे भी पार्टी में काम करने का मौका मिले, बस इसी अभियान के साथ चलते हैं।’ रुडी के मुताबिक वे अपना इस्तीफा मांगे जाने की वजह नहीं जानते हैं लेकिन पार्टी से मिले आदेश का पालन कर उन्हें खुशी है। बता दें कि केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री रहे संजीव बलियान ने भी अपने इस्तीफे पर दो टूक कहा कि पार्टी द्वारा इस्तीफा देने के लिए कहे जाने पर मैंने एक वाक्य में अपना त्यागपत्र दे दिया।