अमेरिका से राहुल गांधी ने एचडी देवगौड़ा को किया फोन, तब विभाग बंटवारे पर तय हुआ ये फार्मूला

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार (01 जून) को अमेरिका से पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्यूलर के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा से फोन पर बात की। इसके बाद दस दिन पुरानी कुमारस्वामी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार और मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे पर सहमति बन सकी। बता दें कि राहुल गांधी इन दिनों अपनी माता सोनिया गांधी के इलाज के लिए अमेरिका गए हुए हैं। कांग्रेस और जेडीएस के बीच लंबे समय से वित्त और गृह विभाग को लेकर खींचतान चल रही थी लेकिन अब सभी तरह के गतिरोध खत्म हो गए हैं। अब दोनों दलों ने अगले साल लोकसभा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है। जेडीएस महासचिव दानिश अली ने सहमति के बारे में मीडिया को बताया। मंत्रिमंडल का विस्तार छह जून को होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त विभाग जेडीएस को दे दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि वित्त विभाग के प्रभार के रूप में कुछ मुद्दे सामने आए थे लेकिन काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर उसे जेडीएस को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सरकार इस वक्त देश की जरूरत है। वेणुगोपाल और जेडीएस के महासचिव दानिश अली के बीच साझा बयान पर हस्ताक्षर हुए। वेणुगोपाल ने बयान पढ़ते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी के निर्देश पर आखिरकार कांग्रेस ने वित्त विभाग का प्रभार जेडीएस को देने का निर्णय किया।’’ इस दौरान कुमारस्वामी, सिद्धरमैया और लोक सभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद थे।
साझा सत्ता समझौते के अनुसार कांग्रेस गृह, सिंचाई, बेंगलुरु शहर विकास, उद्योग एवं चीनी उद्योग, स्वास्थ्य, राजस्व, शहरी विकास, ग्रामीण विकास, कृषि, आवास, सामाजिक कल्याण, वन एवं पर्यावरण, श्रम, खान एवं भूविज्ञान जैसे विभाग अपने पास रखेगा। इसके अलावा कांग्रेस महिला एवं बाल विकास, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, हज, वक्फ एवं अल्पसंख्यक मामले, कानून एवं संसदीय मामले, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी/ बायो टेक्नोलॉजी, युवा, खेल एवं कन्नड संस्कृति, पत्तन और इनलैंड ट्रांसपोर्ट विकास देखेगा। जेडीएस को वित्त, आबकारी, खुफिया, सूचना, योजना एवं सांख्यिकी, लोक निर्माण विभाग, बिजली, पर्यावरण, शिक्षा जैसे विभाग मिलेंगे। शेष विभागों का बंटवारा मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर के बीच विचार विमर्श के बाद होगा।
साझा बयान में कहा गया कि कांग्रेस और जद (एस) अगला लोक सभा चुनाव चुनाव पूर्व गठबंधन के तौर पर लड़ेंगी। सीटों के बंटवारे पर काम किया जाएगा और इसकी घोषणा बाद में की जाएगी। दोनों पार्टियों ने गठबंधन समन्वय एवं निगरानी समिति के गठन की घोषणा की जो एक माह में कम से कम एक बार जरूर बैठक करेगी। इस समिति में कुमारस्वामी, परमेश्वर, सिद्धरमैया, वेणुगोपाल और दानिश अली शामिल होंगे।