अयोध्या में श्री राम की 153 मीटर ऊंची मूर्ति लगवाएगी योगी सरकार, सीएम रखेंगे आधारशिला
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में भगवान राम की 153 मीटर ऊंची प्रतिमा लगवाने जा रही है। फैजाबाद में पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने पत्रकारों के सामने यह जानकारी दी। जोशी के मुताबिक, योजना तैयार है और मुख्यमंत्री जल्द ही प्रतिमा की आधारशिला रखने अयोध्या जाएंगे। मंत्री ने बताया कि अयोध्या में लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से काम चल रहे हैं। अयोध्या के घाटों और राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया जारी है। एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने फैजाबाद आईं जोशी ने कहा कि इस बार के दीपोत्सव में विदेशी अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया है। उनके अनुसार, पिछले साल हुआ आयोजन जल्दबाजी में हुआ, मगर इस बार भव्य और अलौकिक छटा वाले दीपोत्सव का आयोजन होगा।
जोशी ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की हालत सुधरी है। बतौर मंत्री, कुंभ के चलते इलाहाबाद, वाराणसी और लखनऊ में पर्यटन विस्तार हुआ है। कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की घोषणा को जोशी ने बड़ा कदम बताया।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर पिछले महीने दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास जी महाराज, उदासीन संगत ऋषि आश्रम के महंत भरत दास जी महाराज समेत अयोध्या के कई संतों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। इस दौरान योगी ने साधु-संतों से कहा कि राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, ऐसे में इस मुद्दे को लेकर कोई बयान न दिया जाए। मुलाकात के बाद संतों ने कहा कि योगी ने अयोध्या का पूरा विकास करने का आश्वासन दिया है।
अयोध्या के लिए भारतीय रेल ने भी नई ट्रेन शुरू की है। श्री रामायण एक्सप्रेस 14 नवंबर से रामायण सर्किट के प्रमुख गंतव्यों तक चलाई जाएगी। 800 सीटों वाली यह ट्रेन दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से चलेगी। ट्रेन अपनी यात्रा तमिलनाडु के रामेश्वरम में 16 दिनों में पूरी करेगी। इस टूर पैकेज में भोजन, आवास, साइट सीइंग शामिल होगा। आईआरसीटीसी का एक टूर मैनेजर सभी प्रबंध करेगा और वह पर्यटकों के साथ ही यात्रा करेगा। दिल्ली के बाद ट्रेन अयोध्या, हनुमान गढ़ी रामकोट और कनक भवन मंदिर जाएगी। इसके साथ नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, श्रीरंगवीरपुर, नासिक, हंपी और रामेश्वरम की यात्रा कराएगी।