अलमारी निकली ‘बंकर’, मुठभेड़ में मारे गए 4 आतंकी ने बना रखा था ठिकाना,
पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने एनडीटीवी को बताया, “मोदरगाम में पहली मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया. कुलगाम के चिन्नीगाम में दूसरी मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए.
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में हुई दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए और दो जवान शहीद हो गए. मोदरगाम मुठभेड़ स्थल से दो आतंकवादियों के शव बरामद किए गए. जबकि चिन्नीगाम में रविवार को चार आतंकवादियों के शव बरामद किए गए. आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पैरा कमांडो समेत दो सैन्यकर्मी शहीद हुए हैं. बता दें कुलगाम जिले के दो गांवों में शनिवार को मुठभेड़ शुरू हुई थी. चिन्निगाम में मारे गए चार आतंकवादी हिज्बुल मुजाहिदीन के थे. एक अधिकारी ने बताया, “आतंकवादियों ने एक अलमारी के अंदर बंकर बनाया था.” वहीं आतंकवादियों को पनाह देने में स्थानीय लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है.
पुलिस महानिरीक्षक वीके बिरदी ने एनडीटीवी को बताया, “मोदरगाम में पहली मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया. कुलगाम के चिन्नीगाम में दूसरी मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए. मुठभेड़ में एक सैनिक भी शहीद हो गया.” उनके अनुसार, मारे गए सभी आतंकवादी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे. उन्होंने कहा, “उनमें से एक हिज्बुल का स्थानीय कमांडर था.”
चिन्नीगाम में मारे गए चार आतंकवादियों की पहचान यावर बशीर डार, जाहिद अहमद डार, तौहीद अहमद राथर और शकील अह वानी के रूप में हुई है. मोदरगाम में मारे गए दो आतंकवादियों की पहचान फैसल और आदिल के रूप में हुई है.
पैरा कमांडो और लांस नायक प्रदीप नैन मोदरगाम में मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए; 1 राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार राज कुमार फ्रिसल क्षेत्र के चिन्निगाम गांव में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुआ.
एक अधिकारी ने कहा मुठभेड़ स्थल कुलगाम के अंदरूनी इलाकों में थे और राष्ट्रीय राजमार्ग से दूर थे. पुलिस और अन्य एजेंसियां कड़ी निगरानी रख रही हैं. यह सफलता उसी का नतीजा है.” पीटीआई