अलवर मॉब लिंचिंगः बीजेपी विधायक का दावा-भीड़ ने नहीं पुलिस ने उतारा अकबर को मौत के घाट
बीते शुक्रवार को राजस्थान के अलवर में लोगों की भीड़ ने गो-तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। अब भाजपा के एक विधायक ने दावा किया है कि पीड़ित की मौत भीड़ की पिटाई की वजह से नहीं बल्कि पुलिस की पिटाई से हुई है। भाजपा नेता ज्ञानदेव आहुजा का कहना है कि ‘मैंने कहा है कि जनता को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए था और पुलिस को सूचित करना चाहिए था। लोगों ने गो-तस्करों को सिर्फ कुछ थप्पड़ मारे थे और इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी। मेरे सूत्रों ने बताया है कि पुलिस इसके बाद तस्करों को अपनी हिरासत में लेकर चली गई और उनकी पिटाई की, ताकि लोगों को दिखा सकें कि वो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कारवाई कर रहे हैं।’
रामगढ़ से विधायक ज्ञानदेव आहुजा ने इस मॉब लिंचिंग के इस मामले की न्यायिक जांच की भी मांग की है। भाजपा विधायक के अनुसार, “गो तस्कर की मौत अस्पताल ले जाते समय हुई है। मैं इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करता हूं, जिससे यह साफ हो सकेगा कि पीड़ित की मौत भीड़ के पीटने से हुई है या फिर पुलिस के पीटने से।” वहीं दूसरी तरफ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने मॉब लिंचिंग के मामले में कड़ी कारवाई करने की बात कही है। वसुंधरा राजे का कहना है कि हम कानून अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ कारवाई करेंगे और सख्त कारवाई करेंगे।
बता दें कि शुक्रवार और शनिवार की मध्य रात्रि में राजस्थान के अलवर में अकबर खान नामक व्यक्ति की गो-तस्करी के आरोप में स्थानीय लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। मॉब लिंचिंग की यह घटना अलवर के लालावंडी इलाके में घटी, जब अकबर अपने एक साथी के साथ मिलकर कुछ गायों को जंगल के रास्ते से होकर ले जा रहा था। तभी स्थानीय लोगों ने उस पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मॉब लिंचिंग की यह घटना सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के कुछ दिन बाद ही हुई है, जिसमें सर्वोच्च अदालत ने मॉब लिंचिंग को लेकर सरकार को अलग कानून बनाने का निर्देश दिया है।