अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ की धमकी- किसी आरएसएस वाले को बुलाया तो होगा बुरा अंजाम

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र संघ ने वि.वि. प्रशासन को धमकी दी है कि अगर कोई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा वाले को आगामी दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम में बुलाया गया, तो उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। एएमयू में अगले महीने सात तारीख को यह कार्यक्रम होना है, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। छात्र संघ ने इस बाबत एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर को एक चिट्ठी भी लिखी है। छात्र संघ के सचिव मोहम्मद फहाद ने इसमें कोविंद के साल 2010 के उस बयान का जिक्र किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जस्टिस रंगनाथ मिश्रा कमीशन को खत्म कर दिया जाना चाहिए। कमीशन में यह कहा गया था कि मुस्लिम और ईसाई में शामिल होने वालों को पिछड़ी जातियों के अंतर्गत गिना जाना चाहिए। ऐसे में कोविंद ने कहा था, “इस्लाम और ईसाई देश में एलियन जैसे हैं।”
फहाद ने अपनी चिट्ठी में कहा, “कोविंद द्वारा अल्पसंख्यकों के खिलाफ दिया गया बयान अभी भी एएमयू छात्रों के दिमाग में है। हालांकि, छात्रसंघ राष्ट्रपति के पद का सम्मान करता है और दीक्षांत समारोह में उनका स्वागत करता है। हम याद दिला दें कि वह अब आरएसएस या भारतीय जनता पार्टी के सदस्य नहीं हैं, बल्कि वह देश की सवा सौ करोड़ जनता के राष्ट्रपति हैं। उन्हें अपने पद की गरिमा बरकरार रखनी चाहिए।”
छात्र संघ सचिव के अनुसार, “हम एएमयू प्रशासन को भी धमकी देते हैं कि अगर कार्यक्रम में किसी आरएसएस वाले को राष्ट्रपति के साथ बुलाया गया तो वे उसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहें। वि.वि. किसी भी हालत में आरएसएस के धड़े को लोगों को सहन नहीं करेगा, जिन्होंने बाबरी मस्जिद गिराई और महात्मा गांधी को मारा।” वहीं, छात्र संघ अध्यक्ष मसकूर अहमद उस्मानी ने कहा, “कार्यक्रम के दौरान हम किसी भी राजनेता को वि.वि. में घुसने नहीं देंगे। साल 2010 में कोविंद के बयान ने हम सभी को ठेस पहुंचाई थी।”