अविश्वास प्रस्ताव: जानिए- क्यों नरेंद्र मोदी ने राकेश सिंह पर किया भरोसा, दिया सबसे पहले बोलने का मौका?

नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ टीडीपी द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा जारी है। टीडीपी की तरफ से सांसद जयदेव गल्ला ने अपनी प्रस्ताव पेश करते हुए बहस की शुरुआत की। इसके बाद बीजेपी की तरफ से जबलपुर से सांसद राकेश सिंह को जवाबी हमला के लिए उतारा गया। उन्होंने अपने भाषण में मोदी सरकार की तारीफ की और केंद्र की योजनाओं की चर्चा की लेकिन अपने भाषण का अधिकांश हिस्सा उन्होंने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में हुए विकास कार्यों पर फोकस रखा। बता दें कि राकेश सिंह मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष हैं और कुशल वक्ता हैं। सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में हरेक क्षेत्र में शानदार काम हो रहा है। आंकड़ों के जरिए उन्होंने बताया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में भी बेहतर काम हो रहा है।

दरअसल, बीजेपी ने सोची समझी रणनीति के तहत राकेश सिंह को सबसे पहले बहस के लिए उतारा था क्योंकि इस साल के आखिर तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधान सभा चुनाव होने हैं। बीजेपी की कोशिश है कि मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बहाने देशभर में बीजेपी सरकारों द्वारा किए जा रहे कामों को संसद में गिनाया जा सके। खासकर उन राज्यों में विकास का हिसाब-किताब दें जहां इस साल चुनाव होने हैं। इसी क्रम में राकेश सिंह ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के 15 सालों के शासनकाल में हुए विकास की बात कही। इनके अलावा राकेश सिंह ने कांग्रेस और कांग्रेस नीत सरकारों पर भी हमला बोला।

कौन हैं राकेश सिंह?: राकेश सिंह साल 2004 से ही जबलपुर से सांसद हैं। वो छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने जबलपुर बीजेपी जिलाध्यक्ष रहते हुए ‘गांव चलो-घर चलो’ अभियान चलाया था। बाद में पार्टी ने उनके इस अभियान को देशभर में चलाया था। मध्य प्रदेश बीजेपी में वो महामंत्री भी रहे हैं। राकेश सिंह ने जबलपुर के गवर्नमेंट मॉडल साइंस कॉलेज से बीएससी की शिक्षा ग्रहण की। साल 1978 में वो कॉलेज की कार्यकारिणी के सदस्य भी निर्वाचित हुए थे। पिछले 14 साल के संसदीय कार्यकाल में राकेश सिंह कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं।

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