अविश्वास प्रस्ताव: राहुल से लेकर सोनिया, अपने भाषण में पीएम मोदी ने सबको दिया जवाब
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मत विभाजन के बाद गिर गया। तेलुगू देशम पार्टी द्वारा लाए गए प्रस्ताव के पक्ष में 126 वोट पड़े, जबकि विरोध में 325 मत पड़े। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी नेताओं द्वारा अपने-अपने भाषणों में उठाए गए सवालों का जवाब देने की कोशिश की। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें राफेल सौदे पर ऐसी ‘बचकानी’ टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी जिससे ‘दोनों देशों की सरकारों को बयान जारी करना’ पड़ा। विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ”मैं (भगवान) शिव से प्रार्थना करूंगा कि वे आपको शक्ति दें कि आप 2014 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आओ।”
लोकसभा स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव मंजूर किए जाने के कुछ देर बाद यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी का बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ”किसने कहा हमारे पास नंबर्स नहीं हैं।’ इस पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”ये अहंकार देखिए। मैं इस सदन को याद दिलाना चाहता हूं 1999, राष्ट्रपति भवन के सामने खड़े होकर दावा किया गया था कि हमारे पास तो 272 की संख्या है और हमारे साथ और भी (दल) जुड़ने वाले हैं। अटल जी की सरकार को एक वोट से गिरा दिया लेकिन खुद जो 272 का दावा किया था, वो खोखला निकला और 13 महीनों में देश को चुनाव के अंदर जाना पड़ा।”
राहुल गांधी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक को ‘जुमला स्ट्राइक’ करार दिए जाने पर प्रधानमंत्री ने तीखा प्रहार किया। मोदी ने कहा, ”नामदार से मैं प्रार्थना ही कर सकता हूं क्योंकि हमने देखा है कि ऐसी प्रवृत्ति बन गई है कि देश की सेना के लिए ऐसी भाषा प्रयोग की जा रही है। क्या देश के सेनाध्यक्ष के लिए ऐसी भाषा का प्रयोग किया जाएगा? आज भी, हिंदुस्तान के हर सिपाही को इतनी गहरी चोट पहुंची होगी जिसकी सदन में बैठकर आप कल्पना नहीं कर सकते। जो देश के लिए मर-मिटने को तैयार हैं, जो देश की भलाई के लिए काम करते हैं, उन सेना के जवानों के पराक्रम को स्वीकारने का आपको सामर्थ्य नहीं होगा। लेकिन आप सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक बोलें, ये देश कभी माफ नहीं करेगा। आपको गालियां देनी है तो मोदी मौजूद है, आपकी सारी गालियां सुनने के लिए तैयार है लेकिन देश के जवान, जो मर-मिटने के लिए निकले हैं, उनको गालियां मत दीजिए।”
राहुल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “मेरे बारे में कहा गया कि प्रधानमंत्री को संसद में बोलने दिया जाए तो वह 15 मिनट भी नहीं बोल पाएंगे लेकिन मैं खड़ा भी हूं और चार साल के अपने काम के बल पर अड़ा भी हूं।”
अपना भाषण पूरा करने के बाद राहुल उठकर प्रधानमंत्री की ओर गए और उन्हें गले लगा लिया। इस पर मोदी ने कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री की कुर्सी हथियाने की जल्दी है, इसलिए विपक्ष द्वारा यह प्रस्ताव लाया गया है। उन्होंने कहा, “मोदी को हटाने कोशिश में वे सब एकजुट हुए हैं जो एक दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करते थे।”