आंदोलन के बीच केंद्रीय मंत्री ने कहा- किसान पूरी तरह संतुष्ट, खट्टर बोले- दूध-सब्जी न बेचकर खुद करेंगे नुकसान

देश के ‘अन्नदाता’ नरेंद्र मोदी सरकार से नाराज हैं। किसान 1 जून से देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं, और अपनी फलों, सब्जियों दूध को नष्ट कर रहे हैं। लेकिन केन्द्र और राज्य सरकारों का कहना है कि किसान संतुष्ट हैं, वे फल और सब्जी न बेचकर खुद का नुकसान कर रहे हैं। केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कृष्णा राज ने कहा कि किसान पूरी तरह संतुष्ट हैं, उनकी आय डेढ़ गुनी हो गई है। कृष्णा राज ने कहा कि कुछ लोग साजिश के तहत विरोध कर रहे हैं, उन्हें भड़काया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की जो छोटी-मोटी समस्याएं हैं उसे उनकी सरकार लगातार दूर करने की कोशिश कर रही है। मंत्री महोदया ने कहा कि किसानों की आय और उपज लगातार बढ़ रही है।

वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किसानों की हड़ताल का कोई असर नहीं है, ना ही ये कोई मुद्दा है। खट्टर ने कहा कि अगर किसान फल-सब्जी नहीं बेचेंगे तो वे अपना ही नुकसान करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री बालकृष्ण पाटीदार ने कहा है कि किसान एमपी सरकार की योजनाओं से खुश हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “आज 2 जून है, कहां हड़ताल हो रही है, कोई किसान हड़ताल में शिरकत नहीं कर रहा है, सीएम ने किसानों के लिए जो योजनाएं लॉन्च की है उससे वे खुश हैं, उन्हें केन्द्र और राज्य सरकारों पर भरोसा है कि वे उनकी समस्याएं सुलझा देंगे।”

बता दें कि पिछले साल 6 जून को मंदसौर जिले में किसानों पर पुलिस जवानों द्वारा की गई फायरिंग और पिटाई में सात किसानों की मौत की पहली बरसी पर किसानों ने 10 दिवसीय आंदोलन शुरू किया है। इस आंदोलन को राजनीतिक दलों का भी समर्थन हासिल है। किसानों ने 10 जून को भारत बंद का ऐलान किया है। इसमें उन्होंने कर्मचारी, व्यापारी और किसानों से शामिल होने की अपील की है। यह बंद दोपहर दो बजे तक का ही होगा। आम किसान यूनियन के प्रमुख केदार सिरोही ने आईएएनएस को बताया, “किसान एकजुट हैं, वे अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। ‘गांव बंद’ आंदोलन का असर साफ नजर आ रहा है। सरकार की हर संभव कोशिश है, इस आंदोलन को असफल करने की, लेकिन किसान किसी भी सूरत में सरकार के आगे झुकने को तैयार नहीं हैं।” वहीं दिल्ली में सब्जी मंडियों में सब्जी की कीमतें धीरे-धीरे बढ़नी शुरू हो गई हैं।

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