आंदोलन खत्म करेंगे दूध उत्पादक किसान, महाराष्ट्र सरकार देगी 25 रुपये प्रति लीटर दाम

डेयरी किसानों का चार दिन से जारी विरोध प्रदर्शन समाप्त हो सकता है। महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा की है कि उसने प्रदर्शनकारियों की एक महत्वपूर्ण मांग स्वीकार कर ली है।
डेयरी विकास मंत्री महादेव जंकर ने शाम विधानसभा में कहा कि सरकार ने 21 जुलाई से डेयरी किसानों को दूध के लिए 25 रुपये प्रति लीटर देने का फैसला किया है। किसान सोमवार से राज्य के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और उनकी मांग थी कि दूध की खरीद कीमतों में पांच रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जाये। विरोध का प्रभाव विशेष रूप से मुंबई और पुणे में महसूस किया गया था जहां दूध की आपूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित हुई थी। हालांकि विरोध से अभी तक दूध की गंभीर समस्या उत्पन्न नहीं की है , लेकिन डेयरी किसानों के परिवारों के साथ आने से आंदोलन ने गति पकड़ ली है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे स्वाभिमानी पक्ष के सांसद राजू शेट्टी ने कहा, अगर दूध खरीद की दर को 25 रुपये प्रति लीटर के आसपास तय किया जाता है , तो मैं आंदोलन वापस लेने के लिए तैयार हूं। ” विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे द्वारा आयोजित बैठक के बाद मंत्री ने उक्त घोषणा की। बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल , विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल, राकांपा नेता अजित पवार , दुग्ध आपूर्तिकर्ता संघ के प्रतिनिधियों एवं नेतागण उपस्थित थे।
कोल्हापुर , सांगली , सतारा , अहमदनगर और नासिक के प्रमुख दूध उत्पादक जिले मुंबई और पुणे में थोक मात्रा में दूध स्टॉक की आपूर्ति करते हैं। ठाणे और पालघर में कुछ इकाइयां भी मुंबई महानगर क्षेत्र में भी दूध की आपूर्ति करती हैं। शेट्टी ने कल गुजरात से राज्य में दूध लेकर आने वाली गाड़ियों को रोकने की बात कही थी। पश्चिमी रेलवे के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि उपभोक्ताओं की समस्याओं को कम करने के लिए अहमदाबाद – मुंबई सेन्ट्रल यात्री ट्रेन के साथ दूध के टैंकर लगाए जाएंगे।