आंध्र और तेलंगाना में भारी बारिश से 27 लोगों की मौत, 100 से अधिक ट्रेनें रद्द; कई इलाके पानी-पानी

गुजरात के बाद तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी बारिश जमकर तबाही मचा रही है. आलम ये है कि दोनों राज्यों में कम से कम 27 मौतों की मौत हो गई. भारी बारिश से बाढ़ आ गई और कई इलाके पानी में डूबे गए. कई जगहों पर इतना पानी भरा कि सड़कें तो सड़कें रेल यातायात भी बाधित हो गया.

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बाढ़ और बारिश का कहर : गुजरात के बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. दोनों राज्य की कई नदियां उफान पर हैं. बाढ़ग्रस्त इलाकों से हजारों लोगों को निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया है.



सड़कें और रेलवे ट्रैक भी पानी में डूबे : जलभराव के कारण रविवार को सड़क और रेल यातायात भी रुका हुआ है. दक्षिण मध्य रेलवे नेटवर्क पर कई स्थानों पर भारी बारिश और जलभराव के कारण अब तक 100 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि कई अन्य को डायवर्ट किया गया है.



पीएम मोदी ने दिया हर मदद का आश्वसन : पीएम मोदी ने रविवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना सीएम ए रेवंत रेड्डी से बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. हैदराबाद, में भारी बारिश के कारण शहर के कई जगहों पर पानी भर गया है. नतीजतन सोमवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है. 



खम्मम जिला सबसे ज्यादा प्रभावित : खम्मम जिले के एक इलाके के निवासी छतों पर फंसे हुए हैं, क्योंकि यहां के ज्यादात इलाके पानी में डूबे हैं. बचाव के लिए हेलीकॉप्टर की तैनाती न होने पर खम्मम के लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. वहीं बिगड़ते मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की उड़ान जोखिम भरी हो सकती है. तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर मंगवाने के लिए एसपी सीएस से बात की



इन जगहों पर भारी बारिश का अलर्ट : मौसम विभाग ने रविवार को तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में सोमवार को बहुत भारी से बेहद भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया.



लोगों से घर से बाहर ना जाने की अपील ; मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने एक आपातकालीन समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई करने को कहा. साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि वे केवल तभी घर से बाहर निकलें जब कोई जरूरी काम हो.



विजयवाड़ा में बारिश से बुरे हालात : बारिश में सबसे अधिक प्रभावित विजयवाड़ा जिले में एक नाला रविवार को कई जगहों पर उफान पर आ गया, जिससे शहर के कई इलाकों में बाढ़ आ गई. श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा और नंदयाला जिलों में सोमवार को भारी बारिश होने की संभावना है.



कृष्णा नदी ऊफान पर : निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि कृष्णा नदी के उफान पर होने के कारण विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज पर प्रथम स्तर की चेतावनी जारी की गई है. आईएमडी ने 9 जिलों में रेड अलर्ट की चेतावनी दी है. तेलंगाना के 19 जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हालात को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा कलेक्ट्रेट में डेरा डाला हुआ है.



नेशनल हाईवे जलमग्न : ताडेपल्ली में आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) में मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य में भारी बारिश हुई है. नायडू ने कहा, ‘भारी बारिश के कारण, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. काजा में विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से डूबे हुए हैं.’



विजयवाड़ा क्यों डूबा : विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से डूबे हैं. शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को सड़क पर छाती तक गहरे पानी से होकर गुजरते देखा गया. मुख्यमंत्री के अनुसार, बाढ़ का पानी जिसे कोल्लेरू झील की ओर मोड़ना था लेकिन वह विजयवाड़ा की ओर मुड़ रहा था और इसके परिणामस्वरूप शहर में बाढ़ आ गई.