आंध्र प्रदेश: ऑपरेशन के दौरान चली गई लाइट, मोबाइल की रोशनी में कर दी प्लास्टिक सर्जरी
आंध्र प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। गुंटूर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर सर्जरी कर रहे थे, उसी वक्त अचानक से लाइट चली गई। इस कारण डॉक्टरों ने मोबाइल की फ्लैश लाइट में प्लास्टिक सर्जरी कर डाली। इस लापरवाही से मरीज के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता था। इसका वीडियो सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट में मरीज की पहचान जी. वेंकैयम्मा के तौर पर की गई है। जानकारी के मुताबिक, यह मामला गुंटूर गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल (जीजीएच) का है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बाद में बयान जारी कर घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘सर्जरी के दौरान दोपहर बाद तकरीबन पौने एक बजे बिजली की आपूर्ति ठप हो गई थी। जेनरेटर चलाने के बावजूद एमसीबी ट्रिप होने के कारण ऑपरेशन थियेटर की एक लाइट नहीं जली थी। पांच मिनट तक मोबाइल लाइट का सहारा लेना पड़ा था। बाद में बिजली की आपूर्ति सुचारू हो गई थी।’ यह घटना 10 फरवरी की है। जीजीएच में 14 फरवरी को भी ऐसी ही दिक्कत सामने आई थी। ‘द न्यूज मिनट’ के अनुसार, डॉक्टर एक व्यक्ति के हाथ की सर्जरी कर रहे थे तभी अचानक से बिजली चली गई थी। सर्जरी में इस्तेमाल बिजली के उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया था। डॉक्टरों को आनन-फानन में मरीज को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा था।
जीजीएच के चिकित्सा अधीक्षक डीएस राजू नायडू ने बताया कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनके ही एक साथी ने वीडियो बनाकर लीक कर दिया था। उनके मुताबिक, संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ मेमो जारी कर दिया गया है। आंध्र पदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय को मामले की छानबीन करने का निर्देश दिया है। मालूम हो कि गुंटूर का यह अस्पताल वर्ष 2015 में भी गलत वजहों से सुर्खियों में आया था। हॉस्पिटल में एक नवजात को भर्ती कराया गया था। चूहों के काटने से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद अस्पताल की तीखी आलोचना हुई थी। उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए गए थे। वर्ष 2016 में हैदराबाद के सबसे बड़े हॉस्पिटल गांधी अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा मोबाइल की रोशनी में सर्जरी करने का मामला सामने आया था।