आंबेडकर जयंती आयोजन को लेकर भिड़े दो गुट, बाबा साहब की मूर्ति भी तोड़ी
पंजाब के अंबाला में आंबेडकर जयंती के आयोजन को लेकर दलितों के दो गुट आपस में ही भिड़ गए। घटना अंबाला के नारायणगढ़ की है। जहां बृहस्पतिवार देर रात आंबेडकर भवन में बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गई। घटना का खुलासा शुक्रवार सुबह हुआ। घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहीं दलित समुदाय ने अपने ही समुदाय के व्यक्ति सुदेश अंटवाल पर दंगा भड़काने के लिए मूर्ति क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है। आंबेडकर भवन की कमेटी का कहना है कि सुदेश, आंबेडकर जयंती पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा में माहौल खराब कर दंगा भड़काना चाहता था। इस कारण उसने ही बाबा साहब की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करायी।
हालांकि पुलिस ने अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन उसके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज कर लिया है। अपनी शिकायत में आंबेडकर भवन कमेटी ने कहा है कि बृहस्पतिवार की रात भवन में रुकने वाले व्यक्ति की तबीयत खराब हो गई और वह अपने घर चला गया। इसी दौरान तड़के किसी शरारती तत्व ने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा की बाजू और चेहरा क्षतिग्रस्त कर दिया। फिलहाल पुलिस आंबेडकर भवन में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के बंदायू में भी डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त की गई थी, जिसके बाद नई प्रतिमा को भगवा रंग में रंगने पर विवाद हो गया था। बाद में दलित नेताओं द्वारा प्रतिमा को वापस नीले रंग में रंग दिया गया। हालांकि भाजपा नेताओं द्वारा सफाई में कहा गया कि भगवा रंग दलित नेताओं की ही पसंद था।
बता दें कि बीते दिनों में बाबा साहब समेत कई गणमान्य लोगों की प्रतिमाओं को देशभर में नुकसान पहुंचाया गया है। आंबेडकर जयंती को देखते हुए शासन इन घटनाओं को लेकर बेहद सतर्कता बरत रहा है। वहीं हाल ही में एससी एसटी अत्याचार निवारण कानून में हुए बदलावों और उसके बाद हुए बवाल को देखते हुए इस बार आंबेडकर जयंती पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। लगभग सभी राजनैतिक पार्टियां भी इस बार आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रही हैं। दलितों की नाराजगी झेल रही भाजपा आंबेडकर जयंती पर पूरे देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है।