आगरा: असमी महिला को विदेशी बताकर ऐतिहासिक स्थल में घुसने से रोका, वीडियो आया सामने
दिल्ली में रहने वाली मंजीत चानू जब अपने दोस्तों के साथ आगरा घुमने का प्लान बना रही थी तो उसने कभी नहीं सोचा था कि अपने देश में ही उसे विदेशी घोषित कर दिया जाएगा। मंजीत चानू पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ आगरा के एतमाद उद दौला मकबरे में घुमने गई तो वहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने उसे वहां एंट्री नहीं दी। सिक्योरिटी गार्ड ने कहा कि वह एक विदेशी महिला है और उसे इस टिकट के आधार पर मकबरे में एंट्री नहीं दी जा सकती है। एतमाद उद दौला के मकबरे को बेबी ताज भी कहा जाता है। जब मंजीत चानू ने कहा कि वो भी एक आम भारतीय है तो सुरक्षा गार्ड ने उससे आई कार्ड मांगा। लगभग आधा घंटे तक दोनों के बीच बहस होने के बाद मंजीत ने जब कई लोगों से बात की तो आखिरकार उसे अंदर घुसने दिया। मंजीत ने पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर फेसबुक पर डाल दिया। इस घटना पर लोगों ने काफी हैरानी जताई है।
Posted by MJmanjita on Friday, September 15, 2017
मंजीत चानू ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि उसने कई बार पूर्वोत्तर के लोगों के साथ रंगभेद की घटनाएं सुनी थी, लेकिन दिल्ली में उन्हें ऐसा कभी व्यक्तिगत रुप से महसूस नहीं किया था। मंजीत ने कहा कि गोवा और बेंगलुरु में उसने रंगभेद की खबरें कई बार सुनी थी। मंजीत ने कहा कि वह दिल्ली से आगरा कई बार आई थी लेकिन इस तरह का भेदभाव उसने कभी नहीं देखा था।
मंजीत चानू ने कहा कि मकबरे में तैनात गार्ड ने चेकिंग के नाम पर उसका पर्स देखना चाहा। जब मंजीत ने कहा कि वो सिर्फ लेडीज गार्ड को ही अपना पर्स दिखाएगी, तो गार्ड ने कहा कि वो लंच कर रही है और उसे इंतजार करना पड़ेगा। मंजीत के मुताबिक वो खुद गार्ड के कमरे में गई, लेकिन वहां कोई नहीं था। मंजीत ने कहा कि आगरा में उनका अनुभव बेहद डरावना रहा।