आचार्य बालकृष्ण के नुस्खेः सरदर्द, कान दर्द और भूख न लगने की समस्या का अचूक इलाज है भांग
भांग को आमतौर पर लोग एक नशीले पदार्थ के रूप में जानते हैं जिसका सेवन लोग नशे के लिए करते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि भांग एक बेहतरीन औषधीय पौधा है। इसमें कान दर्द, सरदर्द, खांसी जैसे रोगों के उपचार की क्षमता होती है। आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण भी भांग के कई सारे स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताते हैं। तो चलिए, जानते हैं कि भांग किन-किन रोगों के उपचार में काम आ सकता है।
कान दर्द में – जिनके भी कानों में दर्द रहता हो वे भांग की पत्तियों को मसलकर उसका रस निकाल लें। इस रस की दो-दो बूंद कान में डालें। इससे बहुत जल्द ही आपको कान के दर्द से राहत मिल जाएगी।
नींद न आने की समस्या में – नींद न आना आज की एक आम समस्या है। ऐसे लोग जिन्हें नींद नहीं आती है वे भांग के सूखे पत्तों को पीसकर पाउडर बना लें और इसे सूंघें। इससे जल्दी नींद आ जाएगी। इसके अलावा भांग की पत्तियों के 5 ग्राम पाउडर में 1-2 ग्राम सर्पगंधा का पाउडर मिला लें। इस पाउडर की एक ग्राम मात्रा रात में सोते समय करने से नींद अच्छी आती है।
सरदर्द में – सरदर्द की समस्या में भी भांग काफी लाभकारी है। जिनको सरदर्द हो वे भांग को पीसकर लुग्दी बना लें और इसे सूंघें, या फिर उसका रस निकालकर 4-4 बूंद नाक में डालें। इससे सरदर्द में काफी आराम मिलता है।
खांसी में – ऐसे लोग जिन्हें खांसी की समस्या है वे भांग के पत्तों को सुखाकर थोड़ा पीपल, काली मिर्च व सोंठ मिलाकर सेवन करें। इससे खांसी में बहुत राहत मिलती है।
अंडकोष में वृद्धि – जिन लोगों को अंडकोष में वृद्धि की शिकायत है वो भांग की पत्तियों को उबाल लें और उस पानी से अंडकोष को धोएं। इससे बढ़े हुए हाइड्रोसील से छुटकारा मिलता है।
भूख बढ़ाने में – ऐसे लोग जिन्हें भूख कम लगती है वो लोग काली मिर्च व भांग के चूर्ण को अदरक के रस में घोंटकर चने के बराबर गोली बनाकर सेवन करें। इससे न सिर्फ भूख बढ़ती है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है।