आज के दिन 7 साल पहले वीवीएस लक्ष्मण ने अॉस्ट्रेलिया के जबड़े से छीन ली थी जीत
5 अक्टूबर 2010, यह वह तारीख है, जब पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने साहसिक पारी खेलते हुए मोहाली टेस्ट में अॉस्ट्रेलिया के जबड़े के जीत छीन ली थी। भारत 1 विकेट से जीतकर दो मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गया था। अगला मैच बेंगलुरु में हुआ था, जो भारत ने ही जीता था। ज्यादातर लोग वीवीएस लक्ष्मण की सर्वश्रेष्ठ पारी 281 रन को मानते हैं, जो उन्होंने साल 2001 में अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन्स में बनाए थे। लेकिन वीवीएस के मुताबिक 2010 में खेली गई यह पारी सबसे यादगार है।
चौथी पारी में 216 रनों का पीछा करने उतरी भारती टीम ने पहले ही ओवर में गौतम गंभीर का विकेट गंवा दिया। इसके बाद राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन डोउग बॉलिंगर ने द्रविड़ को चलता कर दूसरा झटका दिया। इसके बाद वीरेंद्र सहवाग और सुरेश रैना बेन हिलफेनहॉस के शिकार बने, जिससे भारत का स्कोर 4 विकेट पर 48 रन हो गया। एेसे में भारत ने सचिन तेंदुलकर का साथ निभाने जहीर खान को बतौर नाइट वॉचमैन भेजा, जिन्हें नथन हॉरिट्ज ने पवेलियन भेज दिया। भारत की आधी टीम वापस लौट चुकी थी। जीत के लिए अब भी 140 रनों की जरूरत थी। इसके बाद वीवीएस लक्ष्मण क्रीज पर उतरे। उन्होंने सचिन के साथ मिलकर 43 रन जोड़े। लेकिन 38 रन के स्कोर पर सचिन भी आउट हो गए। इसके बाद आए महेंद्र सिंह धोनी भी 19 गेंदें खेलकर रन आउट हो गए। हरभजन सिंह भी बल्ले से इस मैच में कोई कमाल नहीं दिखा पाए थे। 2 रन बनाकर वह बॉलिंगर का शिकार बने। इस तरह भारत के आठ विकेट गिर चुके थे और वह हार की कगार पर खड़ा था।
इसके बाद एंट्री हुई इशांत शर्मा की। उन्होंने 106 गेंदों में 31 रन बनाए। लेकिन 205 रन के स्कोर पर वह आउट हो गए। उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण के साथ 81 रनों की साझेदारी की थी। भारत जीत से 11 रन दूर था। लेकिन मैच अभी बाकी था। आखिरी बल्लेबाज थे प्रज्ञान ओझा। लक्ष्मण ने यहां पूरा मोर्चा संभाला। मैच में एक मौका एेसा भी आया था जब वह ओझा पर बुरी तरह भड़क गए थे। लेकिन आखिरकार समझबूझ से उन्होंने टीम को जीत दिला दी। लक्ष्मण ने 79 गेंदों पर 73 रनों की पारी खेली थी।
#ThisDayThatYear (2010) – VVS Laxman was a thorn in Australia's side since the first time he faced them on the Cricket field. On a dramatic final day of Mohali Test between India and Australia, we had slipped from 76 for 4 to 124 for 8 but Ishant Sharma (31) stood up to be counted in an 81-run partnership for the 9th wicket with Laxman. The stylish batsman managed to see India home in the company of No. 11 Pragyan Ojha (five not out), who hung around during the testing final moments. There was another moment of madness when Ojha harried off down the pitch without looking at the runner (Suresh Raina), which resulted in an earful from the normally restrained Laxman.
Posted by Indian Cricket Team on Wednesday, October 4, 2017