आज मनाई जा रही है भाईदूज, जानिए भाईदूज का महत्व
आज शनिवार 3 मार्च को देशभर में भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। होली के आने वाली द्वितीया तिथि को देशभर में भाई दूज मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक कर मिठाई खिलाती है और इस दिन भाई अपनी बहन से जिंदगीभर सुरक्षा करने का वादा करता है।
पूजा मंत्र – ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे महाकालाय धीमहि तन्नो यमः प्रचोदयात्॥
विशेष पूजन – दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके यमराज का दशोपचार पूजन करें। सरसों के तेल का दीपक दान करें। लोहबान की धूप करें। लौंग, नारियल, काली मिर्च, बादाम, तेजपत्ता और रेवडियों का भोग लगाएं। इसके बाद 108 बार ‘ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे महाकालाय धीमहि तन्नो यमः प्रचोदयात’ इस मंत्र का जाप करें। इसके बाद रेवड़ियां किसी कुंवारी लड़कियों को बांट दें।
भाईदूज का महत्व – इस दिन भाई-बहन यमुना नदी में स्नान करते हैं। कहा जाता है इससे यम की उन पर यम की बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का हस्त पूजन करती है। वह अपने भाई के हाथों में चावल का घोल व सिंदूर लगाकर कद्दू के फूल, पान, सुपारी मुद्रा आदि हाथों पर रखकर पानी हाथों पर डालते हुए मंत्र का जाप करती है। बहनें भाई के सिर पर तिलक लगाकर उनकी आरती करके हथेली में कलावा बांधती है। इस दिन शाम को यमराज के नाम से चौमुखा दीया जलाकर घर के बाहर रखा जाता है। साथ ही यमराज की पूजा की जाती है।