आठ साल से डॉक्टर हाथी बने थे कवि कुमार आजाद, ऐसे मिला था रोल

सब टीवी के कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में डॉक्टर हंसराज हाथी यानी कवि कुमार आजाद (46) का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया। कवि बीते कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। मीरा रोड स्थित वॉकहार्ट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। कवि कुमार आजाद के निधन की खबर निर्माता असित मोदी ने की। मोदी ने कहा, ”दोपहर को करीब 12.10 बजे कवि को अस्पताल लाया गया था, लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही उनका निधन हो चुका था। वह 46 साल के थे और उन्हें सांस संबंधी परेशानी थी।”

मोदी ने कहा, ”कवि एक पॉजिटिव इंसान थे और वह शो के काफी लगाव रखते थे यही कारण है कि वह हमेशा शूटिंग के लिए आते थे। यहां तक कि जब उनकी तबीयत भी खराब होती थी वह शूटिंग सेट पर आ जाया करते थे। कवि ने आज सुबह ही फोन कर बताया था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है इसकारण से वह आज शूटिंग के लिए नहीं आ पाएंगे और बाद में हमें यह दुखद समाचार मिला। हम सब इस वक्त कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।” मोदी ने बताया कि कवि कुमार आजाद ने निर्मल सोनी को मिस्टर हंसराज हाथी के रोल के लिए रिप्लेस किया था और साल 2009 से कवि ही इस रोल को अदा कर रहे थे।

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बता दें कि कवि को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था। हालांकि युवावस्था में शरीर का वजन बढ़ने के कारण भी उन्होंने अपने इस जुनून को मरने नहीं दिया और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए मायानगरी यानी की मुंबई चले आए। हालांकि मुंबई में बतौर एक्टर अपनी पहचान बना पाना आसान नहीं था शुरूआत में अच्छे रोल न मिलने के कारण कवि के पास किराए का कमरा लेकर रहने तक के पैसे भी नहीं होते थे, यही कारण है कि वह फुटपाथ में रातें बिताते थे। एक दिन कवि अपने नाटक की रिहर्सल कर रहे थे तभी उनके पास एक संदेश लेकर शख्स आया कि उन्हें उसके बॉस ने बुलाया है। यहीं से आजाद के करियर का टर्निंग प्वाइंट आया और उन्हें ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो में मिस्टर हाथी का रोल मिल गया। अपनी मौत से ठीक एक दिन पहले, 8 जुलाई 2018 को कवि कुमार आजाद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक तस्‍वीर पोस्‍ट की। इसके साथ उन्‍होंने लिखा, ”किसी ने कहा है कल हो न हो, मैं कहता हूं पल हो न हो। हर लम्‍हा जी लो।”

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