आतंकी हाफिज सईद की नई पार्टी- अब ‘अल्लाह-हू-अकबर तहरीक’ के सिंबल पर लड़ेगा पाकिस्तान का चुनाव
मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद 25 जुलाई को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव में शिरकत करने के लिए नया पैंतरा चल रहा है। आतंकी हाफिज सईद अब इस आम चुनाव में ‘अल्लाह-हू-अकबर तहरीक’ पार्टी के जरिए लड़ेगा। दरअसल, इस समूह की राजनीतिक ईकाई मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) का राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकरण होना अभी बाकी है। इसलिए चुनाव लड़ने के लिए हाफिज सईद ने एक दूसरे संगठन को चुना है। संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य ने शनिवार को यह जानकारी दी। जमाद-उद-दावा ने साल 2008 में मुंबई हमले को अंजाम दिया था। इस संगठन ने मिल्ली मुस्लिम लीग के नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू की थी लेकिन पाकिस्तान चुनाव आयोग के पास यह अब तक पंजीकृत नहीं हो पाया है।
आम चुनाव नजदीक आने के साथ ही संगठन ने निष्क्रिय पड़ी पार्टी ‘अल्लाह-हू-अकबर तहरीक’ के जरिए चुनाव लड़ने का फैसला किया। यह पार्टी पाकिस्तान चुनाव आयोग में पंजीकृत है। जमात-उद-दावा के एक सदस्य ने बताया, ‘‘यह एक निष्क्रिय पार्टी है जिसे एहसान नाम के नागरिक ने पंजीकृत कराया था। इस तरह की कई पार्टियां पाकिस्तान चुनाव आयोग में दर्ज है ताकि मुख्यधारा की किसी पार्टी को यदि परेशानियों का सामना करना पड़े तो वे इनका सहारा ले सकें।’’ उन्होंने कहा कि एमएमएल के अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद इस संबंध में जल्द ही औपचारिक घोषणा करेंगे।
दरअसल आतंकी हाफिज सईद इस आम चुनाव को किसी भी हालत में हाथ से जाने नहीं देना चाहता है। यही करण है कि उसने मृत प्राय पार्टी अल्लाह-हू-अकबर तहरीक के जरिये चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हाफिज के पास ये चुनाव अपनी लोकप्रियता साबित करने मौका है। बता दें कि हाफिज सईद को अमेरिका ने आतंकी करार दे रखा है। इस चुनाव के जरिये हाफिज सईद दुनिया को बताना चाहता है कि वह पाकिस्तान के लोगों की पसंद है।
बता दें कि पाकिस्तान में पीएमएल-एन पार्टी की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो चुका है। पीएम अब्बासी की जगह पर अब पूर्व मुख्य न्यायाधीश नसीरुल मुल्क को कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुना गया है। कार्यवाहक सरकार ही पाकिस्तान में चुनाव कराएगी। पाकिस्तान में 10.5 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें करीब 6 करोड़ पुरुष और 4.6 करोड़ महिला वोटर्स शामिल हैं।