आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने दिया तगड़ा झटका
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने बुधवार को हाफिज सईद के जमात उद-दावा के मिल्ली मुस्लिम लीग समूह को राजनीतिक पार्टी का दर्जा देने से मना कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह फैसला आंतरिक मंत्रालय के निर्देश के तहत लिया गया है, जिसमें यह कहा गया था कि मिल्ली मुस्लिम लीग का संबंध प्रतिबंधित संगठन से है इसलिए इसे राजनीतिक पार्टी का दर्जा नहीं दिया जा सकता। बुधवार की सुबह ही पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सरदार रजा खान की प्रतिनिधित्व में चुनाव आयोग की बेंच ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था।
पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने एमएमएल के वकील रजा अब्दुर रहमान को बताया कि यह फैसला आंतरिक मंत्रालय के उस लिखित निर्देश के तहत दिया गया है जिसमें मंत्रालय ने राजनीतिक पार्टी के तौर पर एमएमएल के रजिस्ट्रेशन पर यह कहते हुए आपत्ती जताई थी कि इसका संबंध प्रतिबंधित संगठन से है। रहमान ने इस इस टिप्पणी पर जवाब देते हुए कहा कि पार्टी के किसी भी सदस्य का संबंध किसी भी तरह के प्रतिबंधित संगठन से नहीं है और एमएमएल के पास एक राजनीतिक पार्टी कहलाने के लिए जरूरी सभी चीजें हैं। आंतरिक मंत्रालय ने सितंबर में चुनाव आयोग से एमएमएल नॉमिनी मोहम्मद शेख की उम्मीदवारी पर आपत्ती जताई थी।
मंत्रालय की ओर से पाकिस्तानी चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा गया था कि शेख का सम्बद्ध जमात उद-दावा से है और जमात इस वक्त जांच के दायरे में है। बता दें कि शेख पिछले महीने स्वतंत्र रूप से एनए -120 उप-चुनाव में खड़ा हुआ था और उसे 5822 वोट मिले थे। शेख ने इस चुनाव में चौथा स्थान हासिल किया था।
आंतरिक मंत्रालय की ओर से चुनाव आयोग को लिखे गए पत्र में कहा गया है, ‘मिल्ली मुस्लिम लीग समूह की पिछले कुछ दिनों की राजनीतिक गतिविधियां कूटनीतिक स्तर पर आपत्तीजनक हैं। विदेश मंत्रालय ने नेशनल एक्शन प्लान के प्रति अंतरराष्ट्रीय दायित्वों और प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए आंतरिक मंत्रालय को निर्देश दिया है कि एमएमएल का राजनीतिक पार्टी के तौर पर रजिस्ट्रेशन नहीं होना चाहिए, क्योंकि इस समूह का संबंध प्रतिबंधित संगठन से है।’