‘आदरणीय प्रधानमंत्री जी, मेरे शहर को राजधानी बना दीजिए’- जानिए 13 साल की लड़की ने PM से क्यों की ऐसी गुजारिश
उत्तराखंड की 13 साल की एक लड़की ने स्कूल जाने के दौरान होने वाली समस्याओं से पीएम मोदी को अवगत कराया है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में क्लास सात में पढ़ने वाली आकांक्षा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और उनसे गुजारिश की है कि उनके शहर को राजधानी बना दिया जाए। लड़की ने लिखा है कि पहाड़ों में मौसम, जंगल, स्वास्थ्य और प्राकृतिक आपदा की वजह से यहां पर बालिकाओं की जिंदगी मुश्किल है। लड़की ने मांग की है कि देहरादून से 250 किलोमीटर दूर स्थित गैरसैंण को राजधानी बनाया जाए। उत्तराखंड में गैरसण को राजधानी बनाने के लिए आंदोलन भी चल रहा है। लड़की ने भावुक अंदाज में पीएम से अपील की है कि, अगर लड़कियां उन परेशानियों की वजह से स्कूल नहीं जा सकेंगी जिनको सुलझाना प्रशासन का काम है, तो फिर पीएम नरेंद्र मोदी का बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान कैसे पूरा होगा। नालंदा पब्लिक स्कूल रुद्र प्रयाग की कक्षा 7 की छात्रा ने लिखा है कि, ‘जब केदारनाथ आपदा आई थी तो झूला पुल टूट गया था। चार साल गुजर जाने के बाद भी वह पुल नहीं बना है। गांव के बच्चे नदी को ट्राली के जरिये पार करते हैं। इस दौरान ट्रॉली को हाथों से खींचना पड़ता है। ट्रॉली खींचते समय कई बच्चों की उंगलियां कट जाती हैं।’
लड़की ने विनती करते हुए लिखा है कि पहाड़ के स्कूलों की हालत अच्छी नहीं है। कई स्कूलों में शिक्षक नहीं है। तो कई स्कूल में शौचालय और पीने के पानी की किल्लत है। लड़की का मानना है कि अगर राज्य की राजधानी गैरसण बना दी जाए तो ये सब समस्याएं हल हो सकती है। लड़की ने आगे लिखा है, ‘ मैं अधिक कुछ नहीं कहती हूं, आपसे विनती है कि यदि आप सच्चे दिल से चाहते हैं कि बेटियां बचाओ-बेटियां पढ़ाओ तो मेरा कहना है कि आप हमारे पहाड़ को बचा लो, यदि पहाड़ बचाना है और यहां की बेटियों को पढ़ाना है तो यहां हम लोगों को मूलभूत सुविधाएं चाहिए, आपसे विनती है प्लीज गैरसैंण राजधानी बना दो, प्लीज प्लीज।’