आदिवासी नेता को कैबिनेट में शामिल नहीं करने के विरोध में मध्य असम में बंद
असम कैबिनेट के विस्तार में आदिवासी विधायक रमाकांत देवरी को शामिल नहीं किए जाने के विरोध में आज मध्य असम में बुलाए गए 12 घंटे के बंद के कारण राज्य के कुछ हिस्सों जनजीवन प्रभावित हुआ। बंद के दौरान छिटपुट हिंसा भी हुई। यह जानकारी पुलिस ने दी। साल 2016 के बाद कल पहली बार सर्वानंद सोनोवाल कैबिनेट का विस्तार हुआ। आदिवासी संगठनों ने यह आरोप लगाते हुए बंद का आह्वान किया है कि देवरी को कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाना आदिवासी संगठनों से धोखा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने विधानसभा चुनावों से पहले वादा किया था कि सरकार बनने के बाद उन्हें कैबिनेट में जगह दी जाएगी।
पुलिस ने बताया कि सुबह पांच बजे से आयोजित बंद का मोरीगांव जिले के सात आदिवासी खंडों में अच्छा – खासा असर देखने को मिला जबकि नागांव और कामरूप ( मेट्रो ) जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ। इलाके में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और गाड़ियां भी सड़कों से नदारद रही।
हसा में शामिल होने के आरोप में मोरीगांव कस्बे में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगाने की कोशिश की , ड्राइवरों पर हमला किया और दोपहर तक गाड़ियों की आवाजाही रोके रखी। तिवा नेशनल सॉलिडैरिटी फोरम, आॅल तिवा छात्रसंघ , चुटिया सनमिलन और कोच – राजबोंग्शी सनमिलन ने मध्य असम में बंद का आह्वान किया है।