आधार चैलेंज फेल होने की खबरों पर UIDAI ने कहा-ट्राई चेयरमैन की संबंधित जानकारियां पहले से हैं सार्वजनिक
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन आरएस शर्मा ने शनिवार को लोगों को चुनौती देते हुए अपना आधार नंबर ट्विटर पर शेयर कर दिया। आधार नंबर शेयर करते हुए ट्राई के चेयरमैन ने लिखा कि मैं चुनौती देता हूं कि मुझे कोई ऐसा उदाहरण बताओ, जिससे पता चले कि तुम मुझे कोई नुकसान पहुंचा सकते हो! थोड़े ही समय में आरएस शर्मा का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी बीच एक यूजर ने आरएस शर्मा का मोबाइल नंबर शेयर करते हुए बताया कि उसने यह मोबाइल नंबर आरएस शर्मा के आधार नंबर की मदद से हासिल किया है। इस यूजर के दावे के बाद सोशल मीडिया पर आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए।
अब UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने आरएस शर्मा का मोबाइल नंबर सार्वजनिक करने वाले यूजर के दावों को निराधार बताया है। यूआईडीएआई का कहना है कि ‘जो जानकारी यूजर द्वारा दी गई है, वह पहले से ही गूगल आदि साइट्स पर सार्वजनिक है क्योंकि वह एक सरकारी कर्मचारी हैं। ट्विटर पर शेयर की गई आरएस शर्मा की जानकारी आधार डाटाबेस से नहीं चुरायी गई है।’ बता दें कि इस पूरे मामले की शुरुआत आधार कार्ड डाटा प्रोटेक्शन के संबंध में जस्टिस श्रीकृष्ण कमेटी द्वारा हाल ही में पेश की गई रिपोर्ट के बाद हुई है। अपनी रिपोर्ट में कमेटी ने आधार कार्ड एक्ट में कुछ बदलाव करने और आधार कार्ड धारकों की सूचना का बचाव पुख्ता करने के लिए कुछ सुझाव दिए थे।
बता दें कि पिछले एक साल के दौरान कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें आधार कार्ड को लेकर धांधली की गई। जस्टिस श्रीकृष्ण कमेटी के अपनी रिपोर्ट पेश करने के एक दिन बाद ही ट्राई के चेयरमैन ने अपने आधार कार्ड नंबर को सार्वजनिक कर आधार डाटा के सुरक्षित होने का दावा किया था। उल्लेखनीय है कि आरएस शर्मा यूआईडीएआई के पूर्व डायरेक्ट जनरल भी रह चुके हैं और आधार प्रोग्राम के बड़े समर्थक माने जाते हैं।