आधी दुनिया- चमकती जिंदगी का अंधेरा
दुनियाभर में ग्लैमर का बाजार बहुत तेजी से फैल रहा है। पर अरबों-खरबों के इस बाजार में मानव शक्ति पर लागू होने वाले नियम दम तोड़ रहे हंै। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि नाबालिग लड़कियां ग्लैमर के बाजार का तेजी से शिकार बन रही हैं। काम का बोझ और तनाव इन मॉडलों को अपनी जिंदगी खत्म करने को मजबूर कर रहा है। हाल ही में चीन के शंघाई शहर में चौदह साल की रूसी मॉडल व्लादा डिजूबा ने बारह घंटे लगातार काम करते हुए दम तोड़ दिया। डिजूबा इस कदर थक चुकी थी कि कैट-वॉक करते हुए वह गिर पड़ी और बेहोशी में चली गई। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। यह रूसी मॉडल तीन महीने के अनुबंध पर चीन गई थी। तकलीफदेह बात यह है कि जो एजंसी इस मॉडल से काम ले रही थी, उसने उसका बीमा तक नहीं कराया था। मेडिकल रिपोर्ट में साफ कहा गया कि व्लादा डिजुबा काम करते-करते बहुत थक गई थी। उसे आराम की सख्त जरूरत थी। मगर काम के दवाब ने उसे सोने नहीं दिया। इसी वजह से वह दिमागी बुखार की शिकार हुई और बाद में उसके शरीर के तमाम अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।