कश्मीरी पंडितों से कभी जा के पूछ लेते किस जुर्म की वो सजा पा रहे है?
क्या वो पेट पालने के लिए
अपने घर से निकाले गये
अरे! आंस्तीन के सांप
हिन्दू धर्म तुम्हे कभी नही करेगा माफ
आप नेता आशुतोष ने लिखा- हिंदुत्व से नहीं भरेगा पेट, लोगों ने कर दिया ट्रोल
सुप्रीम कोर्ट में बाबरी विध्वंस केस को लेकर हो रही सुनवाई और देश में इस मुद्दे पर जारी राजनीति के बीच आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष ने अप्रत्यक्ष तौर पर मोदी सरकार पर तंज कसा है। गुरुवार को एक न्यूज आर्टिकल ट्वीट करके आशुतोष ने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे से देशवासियों का पेट भरने वाला नहीं है। न्यूज आर्टिकल के शीर्षक में लिखा था कि बीकॉम और बीएड किए नौजवान पान बेच रहे हैं या दूसरे छोटे-मोटे काम कर रहे हैं। आशुतोष ने लिखा, ‘हम हिंदुत्व में विश्वास करते हैं लेकिन हिंदुत्व से हमारा पेट नहीं भरेगा।’ बहुत सारे टि्वटर यूजर्स को आशुतोष की राय पसंद नहीं आई और उन्होंने इस पूर्व पत्रकार को ट्रोल करने की कोशिश की।
टि्वटर यूजर्स का एक बड़ा धड़ा आशुतोष से बेहद नाराज नजर आया। कुछ ने तो उन्हें हिंदू धर्म के खिलाफ बता डाला। एक यूजर के मुताबिक, आशुतोष को कश्मीरी पंडितों से पूछना चाहिए कि उन्हें किस जुर्म की सजा मिल रही है? नील नाम के इस यूजर ने तो आशुतोष को आस्तीन का सांप बता डाला। एक यूजर ने तो आशुतोष की आय के साधन पर ही सवाल पूछ डाले। उसने कहा कि अब आशुतोष किसी भी मीडिया हाउस के हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में क्या आम आदमी पार्टी के फंड से उनका खर्च चल रहा है? एक यूजर ने आशुतोष की सोच पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘कौन कहता है कि ग्रैजुएट लोग पान नहीं बेच सकते।’ एक अन्य यूजर ने बताया कि किस तरह एक आईआईएम पासआउट शख्स ने अपने पारिवारिक इडली-डोसे के बिजनेस को नए मुकाम तक पहुंचा दिया। एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा, ‘आशु भाई,आज भाँग पी ली ना।’ एक अन्य यूजर ने कहा कि बीकॉम, बीएड करने वाले पान नहीं बेच रहे, बल्कि पान बेचने वालों ने ये डिग्रियां हासिल की हैं।
बता दें कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने मामले को जुलाई, 2019 तक टालने की मांग की थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर चुनाव का उल्लेख नहीं किया। मगर माना जा रहा है कि उन्होंने लोकसभा चुनावों की ओर ही संकेत किया था। लेकिन सिब्बल की इन दलीलों को सुप्रीम कोर्ट ने नहीं माना और सुनवाई की अगली तारीख आठ फरवरी तय कर दी। वहीं, सुन्नी सेंट्रल वक्फ की ओर से हाजी महबूब ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘हां कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं लेकिन वो एक राजनीतिक दल से भी संबंध रखते हैं। मंगलवार (5 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट में दिया गया उनका बयान गलत है। हम इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द चाहते हैं।’
Dear Ur no more employed by any MEDIA house.
Nation wants to know Ur source of income and expenses incurred by U.
Is AAP funding for your family members??
As so called intellectual personality can you please comment on this?