आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया मॉनसून में कौनसी सब्जियां, कौनसे मसाले और कौनसे सीरियल्स सेहत के लिए हैं अच्छे ,

मॉनसून में खानपान से होने वाली बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में डाइट में उन्हीं फूड्स को शामिल करने की सलाह दी जाती है जो सेहत के लिए फायदेमंद साबित होती हैं और बीमारियों को दूर रखती हैं. 

बरसात का मौसम आते ही हर तरफ पानी-पानी नजर आने लगता है. इस मौसम में मौसमी इंफेक्शंस होने की संभावना भी ज्यादा रहती है. वहीं, मॉनसून में खानपान से होने वाली बीमारियों की चपेट में भी व्यक्ति जल्दी आ जाता है. इसीलिए खानपान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है. अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए और किन चीजों को नहीं इसपर खासा गौर किया जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर (Ayurvedic Doctor) दीक्षा भवसर सवालिया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ऐसे ही एक पोस्ट को शेयर किया है जिसमें वे उन फूड्स के बारे में बता रही हैं जिन्हें मॉनसून की डाइट का हिस्सा बनाया जाना चाहिए.

मॉनसून की डाइट में शामिल करने के लिए फूड्स | Foods To Add In Monsoon Diet

डॉ. दीक्षा बताती हैं कि मॉनसून का सीजन भारत में जून से सितंबर के बीच रहता है. आयुर्वेद के अनुसार, वर्षा ऋतु का तत्व पानी होता है और यह समय पोषण, रिजुविनेशन और ट्रांसफोर्मेशन का होता है. माना जाता है कि इस मौसम में प्रकृति कई बदलावों से गुजरती है जिसका असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. वर्षा ऋतु की गीली और उमस वाली स्थिति शरीर के दोष पर भी असर डालती है. वट दोष को डाइट से बैलेंस करना जरूरी होता है. वहीं, आयुर्वेदिक डॉक्टर का यह भी कहना है कि इस मौसम में डाइजेस्टिव फायर या अग्नि कमजोर हो जाती है. ऐसे में आयुर्वेद पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने की सलाह देता है. 

  • मॉनसून की डाइट में मसालों (Spices) की बात करें तो दीक्षा के अनुसार खानपान में अदरक, दालचीनी, काला नमक, काली मिर्च, नींबू, हींग, जीरा, मेथी और लहसुन को शामिल करना चाहिए. 
  • सब्जियों में आयुर्वेदिक डॉक्टर मॉनसून के लिए घीया, करेला, कद्दू, भिंडी और तोरी को खाने की सलाह देती हैं. 
  • सीरियल्स में व्हीट, रेड राइस, ओल्ड बार्ली और मिलेट्स शामिल किए जा सकते हैं. इसके अलावा सबसे अच्छे फैट्स में आयुर्वेदिक डॉक्टर घी खाने की सलाह देती हैं. 

मौसमी बीमारियों से निपटने के घरेलू उपाय 

  • आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार हल्दी और नमक के पानी से कुल्ला करना इस मौसम में फायदेमंद होता है. कुल्ला करने के लिए 250 से 300 मिलीलीटर तक पानी लें और उसमें एक चम्मच हल्दी और आधा चम्मच नमक मिलाकर 5 मिनट पका लें. जब पानी छूने पर गर्म हो जाए तो इससे कुल्ला करें. ऐसा करने से इम्यूनिटी बढ़ी रहती है. 
  • सोने से पहले एक चम्मच शहद (Honey) का सेवन करने से गले से जुड़ीं दिक्कतें दूर रहती हैं. हालांकि, डायबिटीज में शहद के सेवन से बचना चाहिए. 
  • 4 से 5 तुलसी की पत्तियों को पानी में डालकर उबालें और फिर कमरे के तापमान पर आने दें. इसमें फिर शहद और अदरक मिलाएं और घूंट-घूंट पिएं. 
  • गर्म पानी में सूखे अदरक का पाउडर डालकर पीते रहने से फायदा मिलता है. इसे ठंडे पानी के साथ लेने से परहेज करें. 
  • गर्म दूध में सौंठ डालकर पीने पर गले की दिक्कतें दूर होती हैं और नींद भी अच्छी आती है.