आरएसएस से मुकाबले के लिए कांग्रेस सेवा दल ने बनाया प्लान, राहुल गांधी की हरी झंडी का इंतजार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की ओर से समय-समय पर राष्ट्रवाद को लेकर खड़े किए जाने वाले विमर्श की काट के तौर पर कांग्रेस के सेवा दल ने हर महीने के आखिरी रविवार को एक हजार जिलों/शहरों में ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। सेवा दल अपने इन ”ध्वज वंदन” कार्यक्रमों में गांधी और नेहरू के सिद्धांतों और ”धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता और बहुलवादी विचारों” पर आधारित राष्ट्रवाद पर विमर्श शुरू करने का प्रयास करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से स्वीकृति मिलने का बाद सेवा दल इस कार्यक्रम को लेकर आगे बढ़ेगा।
सेवा दल संगठन के स्तर पर व्यापक बदलाव की भी तैयारी में है और इसको लेकर उसने एक ब्लूप्रिंट भी तैयार किया है। इसे सोमवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में सार्वजनिक किया जाएगा। सेवा दल के मुख्य संगठक लालजी भाई देसाई ने बताया, ‘पिछले कुछ वर्षों में सेवा दल पहले की तरह की सक्रिय नहीं रह गया और वह सिर्फ कांग्रेस के कार्यक्रमों के आयोजनों के प्रबंधन तक सीमित रह गया था। हम इसे फिर से मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अब हम राष्ट्रनिर्माण, राष्ट्रसेवा, संगठन निर्माण और पार्टी के मुख्य संगठन के साथ तालमेल बिठाकर काम करने पर जोर देंगे।’
लालजी भाई ने कहा कि अगले तीन महीने में देश के पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी और मध्य हिस्सों में प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। आगामी 11 जून को मणिपुर में ऐसे पहले प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होने जा रहा है जिसमें देश के पूर्वी हिस्से के सेवा दल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी शामिल होंगे। गुजरात से ताल्लुक रखने वाले देसाई ने कहा कि देश के एक हजार जिलों, शहरों एवं महानगरों में हर महीने के आखिरी रविवार को ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम होगा जिसमें ध्वजारोहण के साथ वैचारिक चर्चा होगी। इस दौरान गांधी और नेहरू के सिद्धांतों तथा कांग्रेस की विचारधारा के बारे में लोगों बताया जाएगा। लालजी ने बताया कि देशभर के करीब 700 जिलों और शहरों में सेवा दल की यूनिट हैं, जिनमें 20 से 200 कार्यकर्ता हैं। सेवा दल जल्द ही यूथ विंग शुरू करने जा रहा है।