इंदौर में बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश,आपत्तिजनक हालत में मिले लड़के और लड़कियां
इंदौर। स्कीम 136 में एक डॉक्टर द्वारा किराये पर दिए गए फ्लैट में सेक्स रैकेट चल रहा था। पुलिस ने चार-चार लड़के-लड़कियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में एक बीसीए छात्रा है तो दूसरी बिना पासपोर्ट के बांग्लादेश से शहर आई है। रैकेट चलाने वाली युवती नशे की आदी है। वह पहले भी पकड़ी गई है। उसका एक साथी फरार है।
हीरानगर टीआई शशिकांत चौरसिया ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी स्कीम 136 के पार्क के सामने एक फ्लैट में बाहर के लड़के-लड़कियां बुलाकर देह व्यापार चलाया जा रहा है। टीम ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखी। ग्राहक बनकर पहुंची पुलिस ने छापा मारा तो रैकेट का खुलासा हुआ। चार लड़कों और चार लड़कियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया।
युवकों के नाम दीपक उर्फ मोनू बकावले निवासी चौधरी पार्क पावर हाउस के पास मयूर नगर, नीरज राजपूत निवासी मयूर नगर मूसाखेड़ी, ध्रुवेन्द्र राजपूत निवासी बजरंग नगर और दीपक गुर्जर है। फ्लैट से ऐसी कई वस्तुएं मिली जो देह व्यापार में उपयोग की जा रही थी। चार आरोपी लड़कियों में से एक रैकेट की मुखिया है। वह साथी विकास के साथ यह धंधा कर रही थी। दोनों बाहर से लड़कियों को बुलाते थे।
तीन अन्य लड़कियों में से एक मूलतः नीमच की है। पोलीटेक्निक करने के बाद वह शहर के एक कॉलेज से बीसीए कर रही है। दूसरी बांग्लादेशी है। उसके पास पासपोर्ट भी नहीं है। तीसरी लड़की मुंबई से बुलाई गई थी। विकास की तलाश की जा रही है। विकास ने डॉ. विवेक गुप्ता का फ्लैट किराये से लिया था। दरअसल, जांच में यह बात सामने आई कि डॉ. गुप्ता को पता भी नहीं था कि उनके फ्लैट में अनैतिक काम हो रहा है। विकास ने परिवार के रहने का बोलकर किराये पर लिया था।
बिना पासपोर्ट पहुंची कैसे
टीआई ने बताया कि बांग्लादेशी युवती के बिना पासपोर्ट भारत पहुंचने की जांच की जा रही है। यह भी पता किया जाएगा कि वह सरगना के संपर्क में कैसे आई। गिरोह में सदस्यों और उनके संपर्कों की जानकारी निकाली जा रही है।