इस्राइल की सरकारी एयरलाइंस ने एयर इंडिया के उड़ानों के खिलाफ वापस ली याचिका
इस्राइल की सरकारी विमानन कंपनी ईआई एआई ने एयर इंडिया को सऊदी अरब के हवाई क्षेत्र पर उड़ान भरने की अनुमति देने के सरकार के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में दायर अपनी याचिका वापस ले ली है। सरकार ने दिल्ली – तेल अवीव मार्ग पर परिचालन के लिये यह मंजूरी दी थी। याचिका में दावा किया गया था कि यह प्रतिद्वंदी कंपनी को अनुचित प्रतिस्पर्धी बढ़त देता है। स्थानीय मीडिया के अनुसार , इस्राइल के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ने विमानन कंपनी से याचिका वापस लेने का आग्रह किया था। कंपनी ने इस वर्ष 22 मार्च को यह याचिका दायर की थी।
कंपनी ने तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज को दिये विवरण में कहा कि 18 जुलाई को मामले में सुनवायी के बाद यह फैसला लिया गया है। इससे जुड़ी अन्य जानकारियां नहीं दी गयी है लेकिन ऐसा लगता है कि कंपनी ने अदालत के अनुरोध पर यह फैसला लिया है। ईआई एआई ने इस्राइली सरकार , परिवहन मंत्रालय और नागर विमानन प्राधिकरण के खिलाफ याचिका दायर करते हुये दावा किया कि भारतीय विमानन कंपनी को इस मार्ग पर उड़ान की अनुमति देने से विदेशी कंपनी को अनुचित प्रतिस्पर्धी लाभ दिया है और सरकारी विमानन कंपनी के प्रति देश की प्रतिबद्धता का उल्लंघन है।
सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया मार्च से नई दिल्ली-तेल अवीव मार्ग के लिए उड़ान को शुरू किया था। कंपनी ने इस उड़ान के लिए 256 सीट वाले बोइंग 787-800 विमान को लगाया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की थी कि सऊदी अरब ने भारत को इजरायल की उड़ान के लिए अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति दी थी, जिसके बाद 7 मार्च को एयर इंडिया ने 22 मार्च से तेल अवीव के लिए हफ्ते में तीन बार उड़ान का ऐलान किया था।