इस कमेंट को सुनकर इतना परेशान हो गए थे गोविंदा कि मजबूरन बनना पड़ा प्रोड्यूसर
बी-टाउन में जब भी किसी हंसमुख और चुलबुले अंदाज वाले एक्टर की बात होगी तो उसमें एक नाम गोंविदा का भी होगा। लोगों ने आमतौर पर गोंविदा को फिल्मों में हंसते-मुस्कुराते हुए ही देखा है। गोविंदा के बारे में जब भी बात होती है तो छोटे मिया-बड़े मिया, भागमभाग और न जाने ऐसी कई फिल्में याद आती हैं जिसमें उन्होंने अपनी कॉमिक टाइमिंग से फैंस को काफी गुदगुदाया है। वहीं उनके डांस मूव्स के कायल तो लोग आज भी हैं। चलिए आज हम आपको गोविंदा और उनके डांस के बारे में एक रोचक किस्सा बताते हैं। तब गोविंदा को डांस की वजह से ऐसा कुछ सुनना पड़ा की उन्हें प्रोड्यूसर बनने के लिए मजबूर होना पड़ा।
यह वाकया उस वक्त का है जब गोविंदा ने अपना फिल्मी करियर शुरू ही किया था। गोविंदा ने अपने करियर की शुरुआत साल 1986 में फिल्म ‘इल्जाम’ से थी, जो बॉक्स आफिस पर सुपरहिट हुई थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया और उनके काम की सभी ने सराहना की थी। ‘इल्माज’, ‘लव 86’ और ‘तन बदन’ फिल्मों से गोविंदा कुछ ही वक्त में स्टार बन गए थे।
इन फिल्मों से गोविंदा की पहचान एक डांसर के रूप में बन चुकी थीं, क्योंकि वह उस वक्त डांसर इमेज वाली फिल्मों में काम करते थे। उसी दौरान गोविंदा जब एक पार्टी में गए थे तो उनके बारे में ऐसी बातें हुईं जिनकी वजह से वह प्रोड्यूसर बन गए।
दरअसल पार्टी में एक प्रोड्यूसर ने दूसरे से गोविंदा के बारे में कहा था कि गोविंदा एक एक्टर नहीं बल्कि डांसर हैं और 5-10 फिल्में करने के बाद थक जाएंगे। इस बात को गोविंदा ने सुन लिया और काफी परेशान हो गए। गोविंदा ने यह बात घर आकर अपने भाई कीर्ति कुमार को बताई और कहा कि वह कुछ ऐसा करें जिससे गोविंदा खुद को एक एक्टर साबित कर सकें।
इसके बाद कीर्ति कुमार ने साल 1988 में रिलीज हुई फिल्म हत्या बनाई, जो हिट साबित हुई थी। इस फिल्म में गोविंदा ने न सिर्फ अपने आपको अव्वल दर्जे का एक्टर घोषित किया बल्कि फिल्म को प्रड्यूस भी किया था। गोविंदा ने इस फिल्म के बाद खुद को न सिर्फ डांसर और एक्टर साबित किया बल्कि एक प्रोड्यूसर के रूप में भी पहचान बनाई थी।