इस गेंदबाज से मुझे भी डर लगता था: वीरेंद्र सहवाग
पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। टेस्ट क्रिकेट में सहवाग इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने दो ट्रिपल सेंचुरी जड़ी हैं। वह एेसे बल्लेबाज थे जो 90, 190 या 290 के स्कोर पर खेलते हुए छक्का मारने का माद्दा रखते थे। सहवाग ने ओपनिंग बल्लेबाजी को एक नया रूप दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बड़े-बड़े गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने वाले सहवाग भी किसी बॉलर से खौफ खाते थे। इंडिया टीवी के खास बातचीत में वीरू ने बताया कि श्रीलंका के पूर्व दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन से उन्हें डर लगता था। सहवाग ने बताया कि मुरलीधरन के खिलाफ बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। इंटरव्यू में सहवाग ने कहा कि यूं तो मुझे किसी गेंदबाज से डर नहीं लगता था, लेकिन मुरलीधरन का बॉलिंग और चेहरे के हाव-भाव खौफ पैदा कर देते थे। वह अकसर ‘दूसरा’ फेंकते थे, जिसे खेलना बहुत मुश्किल होता था
मंगलवार को गुवाहाटी में हुए दूसरे टी20 मैच से पहले सहवाग ने कहा था कि भारत यह सीरीज 3-0 से जीतेगा। हालांकि एेसा अब मुमकिन नहीं है, क्योंकि 8 विकेट से मैच जीतकर अॉस्ट्रेलिया अब सीरीज में 1-1 से बराबरी पर है। इससे पहले सहवाग ने यह भी खुलासा किया था कि कैसे सौरव गांगुली ने एमएस धोनी को प्रमोट करने के लिए खुद की बैटिंग पोजिशन का त्याग किया था। सहवाग ने कहा था कि उस वक्त हम बैटिंग में एक्सपेरिमेंट कर रहे थे। हमने तय किया कि अगर हमारी ओपनिंग पार्टनरशिप अच्छी रही तो सौरव गांगुली नंबर तीन पर बैटिंग करेंगे, लेकिन अगर खराब हुई तो स्कोर को बढ़ाने के लिए इरफान पठान या महेंद्र सिंह धोनी जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों को भेजा जाएगा।